कांग्रेस की मुसीबत नहीं हो रही कम, भाजपा विधायक एकजुट; बसपा ने जारी किया व्हीप

 

राज्यसभा चुनावः कांग्रेस की मुसीबत नहीं हो रही कम, भाजपा विधायक एकजुट; बसपा ने जारी किया व्हीप। फाइल फोटो

Rajya Sabha Election 2022 अशोक गहलोत की कोशिश के बावजूद कांग्रेस के तीन बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले चार भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो और एक निर्दलीय विधायक बाड़ेबंदी में शामिल होने के लिए उदयपुर के ताज अरावली होटल नहीं पहुंचे हैं।

 संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों के लिए दस जून को मतदान होना है। दस विधायकों ने कांग्रेस नेतृत्व की चिंता बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कोशिश के बावजूद कांग्रेस के तीन, बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले चार, भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो और एक निर्दलीय विधायक बाड़ेबंदी में शामिल होने के लिए उदयपुर के ताज अरावली होटल नहीं पहुंचे हैं। इन विधायकों ने सरकार के समक्ष अपनी-अपनी शर्त रखी हैं। इससे कांग्रेस के समीकरण गड़बड़ा गए हैं। अब तक 92 विधायक बाड़ाबंदी में पहुंचे हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ पांच विधायक शनिवार को जयपुर से विमान से उदयपुर पहुंचे। इस बीच, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह ने कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। व्हिप में विधायकों से कहा गया कि आप बसपा के टिकट पर चुनाव जीते हैं। पार्टी ने कांग्रेस और भाजपा को वोट नहीं देने का निर्णय लिया है। विधायक निर्दलीय प्रत्याशी को वोट दे सकते हैं। व्हिप की प्रति विधानसभा अध्यक्ष को भी भेजी गई है। उधर, चुनाव को लेकर भाजपा की शनिवार को बैठक हुई। चुनाव पर्यवेक्षक केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। भाजपा रविवार से चार दिन तक विधायकों का प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेगी।

कांग्रेस विधायक ने कहा, मुझे मायावती ने नेता बनाया

सरकार से नाराज चल रहे कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा कि मुझे मायावती ने नेता बनाया हैं। मैं पहला चुनाव बसपा के टिकट पर जीता था। मुझे नेता बनाने में कांग्रेस का कोई योगदान नहीं है। मैं मायावती का अहसान नहीं भूल सकता। 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने जनाधार देखकर मुझे टिकट दिया था। कांग्रेस के ही खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि सरकार में दलितों की सुनवाई नहीं हो रही है। हम लोगों के साथ न्याय नहीं हुआ, यह पीड़ा है। राजेंद्र विधुड़ी से पार्टी नेतृत्व से संपर्क नहीं हो पा रहा है। बीटीपी के दोनों विधायक कांग्रेस खेमे में जाने को तैयार नहीं हैं। बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए नागरिक सुरक्षा मंत्री राजेंद्र गुढ़ा गुढ़ा, विधायक वाजिब अली, संदीप यादव और लाखन मीणा व निर्दलीय बलजीत यादव बाड़ाबंदी में जाने से इन्कार कर दिया। निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुड़ला की शनिवार सुबह उदयपुर में तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

ये हैं वोटों का गणित

कांग्रेस ने मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाकर निर्दलीय सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है। 200 सदस्यीय विधानसभा में प्रत्येक उम्मीदवार को जीत के लिए 41-41 वोट चाहिए। कांग्रेस के खुद के 109 वोट हैं। वह 125 वोट अपने पास होने का दावा कर रही है। कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों की जीत के लिए 123 विधायकों के वोट जरूरी हैं। वहीं, भाजपा के 71 और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक एक साथ हैं।