पर्यावरण संरक्षण को लेकर शुरू की मुहिम, लोगों के जन्मदिवस पर कर रहे हैं पौधारोपण

 

गोल मार्केट आरडब्ल्यूए लगा चुका है 5 हजार से अधिक पौधे।

गर्मियों के मौसम में हर कोई पेड़ों की छाव की तलाश में रहता है।ऐसे में पर्यावरण संरक्षण को लेकर गोल मार्केट रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिशन (आरडब्ल्यूए) ने मुहीम शुरू की है। वह लोगों के जन्मदिन व पुण्यतिथि के अवसर पर पौधा रोपण करने का कार्य हैं।

नई दिल्ली। पेड़ों की लगातार होती कटाई से पर्यावरण पर इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है। भू-जल में कमी आ रही है व धरती का तापमान बढ़ रहा है। आज दूषित पर्यावरण का नतीजा सभी के सामने है। गर्मियों के मौसम में हर कोई पेड़ों की छांव की तलाश में रहता है। ऐसे में पर्यावरण संरक्षण को लेकर गोल मार्केट रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिशन (आरडब्ल्यूए) ने मुहिम शुरू की है। वह लोगों के जन्मदिन व पुण्यतिथि के अवसर पर पौधारोपण करने का कार्य हैं। इसमें पौधे का नामांकरण कर और संकल्प के साथ उस पेड़ को गोद ले रहे हैं।

25 सालों से कर रहे पौधारोपण

एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रीतम धारीवाल ने बताया कि वह पौधारोपण का कार्य बीते 25 वर्षों से लगातार करते आ रहे हैं और आस-पास की आरडलब्ल्यूए को भी अपनी इस मुहिम से जोड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका मुख्य जोर इस समय हर्बल गार्डन बनाने पर है। इसमें वह एलोवेरा, नीम, पुदीना, तुलीस समेत अन्य पौधों को रोप रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई पेड़ों का नामकरण बलिदानियों के नाम रखे हैं।

बीज से लेकर पौधे उपहार में देते हैं

वह कहते हैं कि वह लोगों को बीज से लेकर पौधे उपहार में देते हैं। यही नहीं बच्चों को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह अब तक एक हजार से अधिक पौधे लगा चुके हैं और कोई पांच हजार से अधिक पौधे को वितरित कर चुके हैं। वह कहते हैं कि इस कार्य में परिवार व उनके दोस्त काफी सहयोग करते रहे हैं। इससे पर्यावरण को बचाने का कार्य कर पाते हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हर किसी को जीवन में एक बार पौधा जरूर लगाना चाहिए। धारीवाल कहते हैं कि वह पेड़ों को रोपते समय गायत्री मंत्र का जाप करते हैं, जिससे महत्व बढ़ जाता है।

टूटे पेड़ों की जगह लगाएंगे पौधे

उन्होंने बताया कि बीते दिनों आए तूफान के चलते नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में पेड़ों को बहुत नुकसान हुआ है। इनको लेकर संकल्प लिया है कि टूटे पेड़ों की जगह पर पौधे लगाए जाएंगे और झुके व गिरे पेड़ों को नया जीवन देने की कोशिश करेंगे।