
कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में देश को एक और हथियार मिल गया है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने हैदराबाद स्थित दवा निर्माता कंपनी बायोलाजिकल-ई की COVID-19 वैक्सीन को देश में पहली मिक्स-एंड-मैच बूस्टर खुराक के रूप में मंजूरी दे दी है।
नई दिल्ली, रायटर। कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में देश को एक और हथियार मिल गया है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने हैदराबाद स्थित दवा निर्माता कंपनी बायोलाजिकल-ई की COVID-19 वैक्सीन को देश में पहली मिक्स-एंड-मैच बूस्टर खुराक के रूप में मंजूरी दे दी है। इस बीच कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान भी जारी है। कोविन पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार कोरोना रोधी वैक्सीन की अब तक कुल 193.95 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं।वहीं समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक आपातकालीन स्थिति में कोवैक्सिन या कोविशील्ड टीकों के प्राथमिक टीकाकरण (दो खुराक) के छह महीने बाद बायोलाजिकल ई. की कार्बेवैक्स (Corbevax) कोविड-19 वैक्सीन दी जा सकती है। बायोलाजिकल ई. लिमिटेड की ओर से जारी बयान के मुताबिक कार्बेवैक्स देश की पहली ऐसी वैक्सीन है जिसे DCGI की ओर से विषम बूस्टर खुराक के रूप में लगाए जाने को मंजूरी दी गई है। यह वैक्सीन पहले से ही कोविशील्ड या कोवैक्सिन की दो खुराक ले चुके लोगों को लगाई जा सकेगी।
उल्लेखनीय है कि डीसीजीआई (Drugs Controller General of India, DCGI) की ओर से पहले ही एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन की दो खुराक को मंजूरी मिल चुकी है। अभी पिछले महीने ही कोर्बेवैक्स की कीमतों में भारी कटौती की गई थी। वैक्सीन की कीमत को घटा कर 250 रुपए कर दिया गया था। इसमें टैक्स और वैक्सीन लगाने की फीस नहीं शामिल है। वैक्सीन की कीमत पहले 840 रुपए निर्धारित की गई थी।
मालूम हो कि अप्रैल महीने में डीसीजीआइ ने 5 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए बायोलाजिकल-ई की कोविड रोधी वैक्सीन Corbevax के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी थी। अब यह वैक्सीन 12 से 14 उम्र वर्ग के बच्चों को दी जा रही है। देश में 3 जनवरी से नाबालिगों के टीकाकरण की शुरुआत हुई थी तब 15 से 18 साल के किशोरों के लिए कोवैक्सिन का इस्तेमाल किया जा रहा था। 16 मार्च को अभियान का विस्तार करते हुए 12 वर्ष के अधिक उम्र के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया था।