
कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में उपद्रव हुआ। समाजवादी पार्टी की तरफ से कहा जा रहा है कि दिल्ली भारतीय जनता पार्टी की नेता नूपुर शर्मा के पैगंबर पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद ऐसे हालात बने और हिंसा हुई।
नई दिल्ली,डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को हुई हिंसा में जहां पापुलर फ्रंट आफ इंडिया का नाम सामने आ रहा है, वहीं कहा जा रहा है कि दिल्ली भाजपा नेता नूपुर शर्मा के पैगंबर वाले बयान को लेकर यह सारा विवाद हुआ फिर हिंसा भड़की। इसके साथ ही यूपी में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा पर जमकर निशाना साधा है। इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता को गिरफ्तार करने की मांग की है। कहा जा रहा है कि दिल्ली की भाजपा नेता नूपुर शर्मा के पैगंबर को लेकर दिए गए बयान के बाद हालात बने।
बता दें कि शुक्रवार को कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में उपद्रव हुआ। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, कानपुर में फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। कई बटालियन पीएसी के साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स की टीमों ने रात में ही दंगाई पर नियंत्रण पा लिया। इसके बाद आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
कहा जा रहा है कि दिल्ली भाजपा नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा की ओर से टेलीविजन डिबेट के दौरान पैगम्बर साहब को लेकर दिए गए एक बयान के बाद इस पर विवाद गरमाया हुआ है। इसके विरोध में ही शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष ने जुमे की नमाज के बाद कानपुर में दुकानें बंद करने का ऐलान किया था। इसके चलते बृहस्पतिवर को इलाके में पोस्टर लगाकर दुकानें बंद करने की अपील की जा रही थी।
शुक्रवार को जब उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में दुकानों को बंद कराने की बात हुई तो दो गुटों के बीच टकराव होने से स्थितियां तनावपूर्ण हो गईं। कुछ ही देर में लोग पथराव करने सड़कों पर उतर आए। इस दौरान गोलीबारी और बमबारी भी की गई।
वहीं, इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा पर जमकर निशाना साधा है। साथ ही भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने की मांग की है।