
Controversial Deodorant Advertisement एक डिओडोरेंट विज्ञापन पर हुए विवाद के बाद शनिवार को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने विवादास्पद डिओडोरेंट विज्ञापन को निलंबित करने का आदेश दे दिया है इसके साथ ही विज्ञापन कोड के अनुसार पूछताछ की जा रही है।
नई दिल्ली, एएनआइ। आज कई ऐसे ब्रांड हैं, जो उत्पादों की बिक्री को लेकर ऐसे विज्ञापन बनाते हैं, जिससे समाज में विवाद शुरू हो जाता है। ऐसा ही एक ब्रांड विवादों में घिर गया जब उसके कंटेट को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर जोरदार विरोध किया। बॉडी स्प्रे की एक ब्रांड पर उठे सवाल के बाद शनिवार को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने विवादास्पद डिओडोरेंट विज्ञापन को निलंबित करने का आदेश दे दिया है, इसके साथ ही विज्ञापन कोड के अनुसार, पूछताछ की जा रही है।
I&B मंत्रालय ने कहा-
मंत्रालय ने नोटिस में आने के कुछ ही घंटों के भीतर विज्ञापन को निलंबित करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई। बता दें कि सोशल मीडिया पर इस विज्ञापन पर लोगों ने काफी नाराजगी व्यक्त की। मामला तब तुल पकड़ा जब बताया गया कि विज्ञापन में, महिलाओं के बारे में एक निश्चित अपमानजनक तरीके से बात करने की कोशिश की गई है, जिससे सरकार को इस पर तुरंत कार्रवाई करना पड़ा। I&B मंत्रालय ने डिओडोरेंट विज्ञापन पर कड़ा कदम उठाते हुए, ट्विटर, YouTube, और सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाले अपमानजनक डिओडोरेंट विज्ञापन को हटाने के लिए कहा है।
मंत्रालय ने एक पत्र में ट्विटर और यूट्यूब को संबोधित करते हुए कहा, 'उपरोक्त वीडियो शालीनता या नैतिकता के हित में महिलाओं के चित्रण के लिए हानिकारक हैं, और सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) (Intermediary Guidelines and Digital Media Ethics Code) नियमों के नियम 3 (1) (b) (ii) के उल्लंघन में हैं। 2021 के नियमों के अनुसार, उपयोगकर्ता लिंग के आधार पर अपमानजनक या परेशान करने वाली किसी भी जानकारी को होस्ट, प्रदर्शित, अपलोड, संशोधित, प्रकाशित, प्रसारित, स्टोर, अपडेट या साझा नहीं करेंगे।
दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, 'डिओडोरेंट विज्ञापन देश में दुष्कर्म की मानसिकता को स्पष्ट रूप से बढ़ावा देता है। हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है कि प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए और विज्ञापन को सभी प्लेटफार्मों से तुरंत हटा दिया जाना चाहिए।