
Rampur Loksabah By Poll 2022 भाजपा ने फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के स्थान पर समाजवादी पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले घनश्याम लोधी को प्रत्याशी बनाया है। समाजवादी पार्टी से रामपुर-बरेली क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य रहे घनश्याम सिंह लोधी ने 14 जनवरी 2022 को इस्तीफा दिया था।
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा उप चुनाव के लिए शनिवार को दोनों प्रत्याशियों का नाम घोषित कर दिया। भाजपा ने आजमगढ़ से भोजपुरी गायक दिनेश लाल यादव निरहुआ पर भरोसा जताया है तो रामपुर में कांटा से कांटा निकालने का प्रयास किया है। भाजपा ने यहां से घनश्याम लोधी को प्रत्याशी बनाया है, जो कि इसी वर्ष जनवरी में समाजवादी पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
घनश्याम लोधी शहर विधायक व समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां के करीबी रहे हैं। वर्ष 2016 में आजम की वजह से ही समाजवादी पार्टी ने उन्हें एमएलसी चुनाव लड़ाया। पाटी विरोधी गतिविधियों की वजह से इस वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले घनश्याम लोधी को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। वह भाजपा में शामिल हो गए। अभी समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, लेकिन पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने प्रत्याशी चयन की जिम्मेदारी आजम खां पर ही छोड़ दी है। संभावना है कि आजम की पत्नी तजीन फात्मा चुनाव लड़ेंगी। उनके बेटे अब्दुल्ला आजम इसकी पुष्टि कर चुके हैं और तजीन फात्मा के नाम से नामांकन पत्र भी खरीद लिया है। उपचुनाव में घनश्याम लोधी का मुकाबला तजीन फात्मा से ही होने की संभावना है।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक आजम खां के गढ़ में 23 जून को होने वाले लोकसभा के उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के विधान परिषद के सदस्य रहे घनश्याम लोधी को प्रत्याशी बनाया है। यह सीट आजम खां के लोकसभा सदस्य पद से इस्तीफा देने के कारण खाली हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने इससे पहले भी रामपुर लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी से सांसद रहीं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा को उतारा था। आजम खां ने जया प्रदा को शिकस्त दी थी। इससे पहले 2014 में भाजपा के डा. नेपाल सिंह ने समाजवादी पार्टी के नसीर अहमद खां को हराया था।
भाजपा ने इस बार तो फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के स्थान पर समाजवादी पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले घनश्याम लोधी को प्रत्याशी बनाया है। समाजवादी पार्टी से रामपुर-बरेली क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य रहे घनश्याम सिंह लोधी ने 14 जनवरी 2022 को इस्तीफा दिया था। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी में पिछड़ा व दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाया था।
दो बार चुने गए एमएलसी : घनश्याम सिंह लोधी दो बार विधान परिषद चुने जा चुके हैं। सबसे पहले वह समाजवादी पार्टी के समर्थन से कल्याण सिंह की राष्ट्रीय क्रांति पार्टी के टिकट पर रामपुर-बरेली स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र से 2004 में एमएलसी बने थे। इसके बाद इसी क्षेत्र से 2016 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर एमएलसी बने। 2019 में रामपुर शहर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान उनके आवास पर भाजपा नेताओं की मीटिंग भी हुई थी। तब से ही उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगने लगी थीं, हालांकि तब वह भाजपा में शामिल नहीं हुए थे। इसी साल विधानसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें भाजपा से एमएलसी प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन भाजपा ने बरेली के कुंवर महराज सिंह को प्रत्याशी बनाया था। अब घनश्याम लोधी को लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया है।
वर्ष 2016 में रामपुर-बरेली क्षेत्र एमएलसी चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने घनश्याम सिंह लोधी को जब प्रत्याशी बनाया तो नामांकन का अंतिम दिन था और समय कम बचा था। उनके लिए इस दौरान हेलीकाप्टर से सिंबल मंगाया गया था। माना जा रहा था कि भाजपा घनश्याम सिंह लोधी को विधानसभा चुनाव 2022 में प्रत्याशी बनाएगी, लेकिन अब उनको लोकसभा के उप चुनाव में उतार दिया है। बहुजन समाज पार्टी ने रामपुर से अपना प्रत्याशी उतारने से मना कर दिया है जबकि सभी को बेसब्री से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का इंतजार है। माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी यहां से आजम खां की बहू को प्रत्याशी बना सकती है।