
पत्र में सांसद ने लिखा किअधिकतर अभ्यार्थी अमूमन निम्न एवं निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से हैं। ऐसी परिस्थिति में वर्तमान परीक्षा में अभ्यार्थियों को मान्य पहचान पत्र के साथ मुफ्त यात्रा या रेल किराए में रियायत जैसी सुविधा देनी चाहिए।
पीलीभीत। सासंद वरुण गांधी ने रेल मंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि रेलवे की आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षाएं प्रारंभ होने जा रही हैं। जिसमें देश के कई लाख युवा सम्मिलित होंगे। कई अभ्यार्थियों ने उनसे संपर्क किया है पहले तो मैंने अपने सीमित संसाधनों से लोगों की सहायता करने की कोशिश की परंतु इन अभ्यार्थियों से बात करके मुझे समझ आया कि इस समस्या के कई पहलू हैं और उनके समाधान के लिए सरकारी तंत्र की आवश्यकता होगी।
पत्र में सांसद ने लिखा किअधिकतर अभ्यार्थी अमूमन निम्न एवं निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से हैं। ऐसी परिस्थिति में वर्तमान परीक्षा में अभ्यार्थियों को मान्य पहचान पत्र के साथ मुफ्त यात्रा या रेल किराए में रियायत जैसी सुविधा देनी चाहिए। ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के कारण रेलवे के टिकट पूर्व में ही आरक्षित हो चुके हैं। रेलवे ने अभ्यर्थियों को केवल 10 दिन की अवधि देकर उनकी समस्या और बढ़ा दी है। रेलवे द्वारा इन अभ्यर्थियों के लिए मान्य प्रवेश पत्र के साथ विशेष ट्रेन चलाने या मौजूदा ट्रेनों में अतिरिक्त बोगी का प्रबंध कर देने से इन्हें काफी मदद मिल जाएगी। रेलवे ने अभ्यार्थियों के लिए परीक्षा केंद्रों का चयन 1000 से 2000 किलोमीटर दूर के शहरों में किया है। कई परीक्षा केंद्र के लिए सीधी ट्रेन भी नहीं है, ऐसे में इन अभ्यार्थियों खासकर महिला अभ्यर्थियों के लिए बड़ी समस्या है। लिहाजा भविष्य में रेलवे द्वारा ली जाने वाली परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को उनके गृह राज्य या आसपास के पड़ोसी राज्यों में 100 से 200 किलोमीटर के दायरे के अंदर परीक्षा केंद्र आवंटित किए जाएं।
अंत में सांसद ने लिखा कि मुझे आशा है कि मेरे द्वारा उल्लेखनीय सभी सुझावों पर आप सकारात्मक निर्णय लेंगे एवं भविष्य में रेलवे द्वारा आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में इन सभी सुझावों को अमल में लाने की कृपा करेंगे। वैसे पीलीभीत सांसद अधिकतर ट्वीट करके सरकार से सवाल करते हैं लेकिन, इस बार उन्होंने पत्र लिखकर रेलवे अभ्यर्थियों की समस्या उठाई है।