
सत्ता से हटने के बाद इमरान खान लगातार सुर्खियों में हैं। विपक्ष में रहते हुए बिना मुद्दा के वह अपनी राजनीति कैसे चमकाएं उनका पूरा फोकस इस पर है। यहीं कारण है कि वह समय-समय पर ऐसे विवादित बयान देते हैं जिससे वह वहां की राजीनीति में बने रहें।
नई दिल्ली। पाकिस्तान में सत्ता से हटने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार सुर्खियों में है। पाकिस्तान की राजनीति में वह केंद्र बिंदु में बने हुए हैं। अब पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा पर सवाल उठाए जा रहे हैं। पाकिस्तान में यह अफवाह तेजी से फैल रही है कि इमरान खान की हत्या की साजिश रची जा रही है। ऐसे में इस्लामाबाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं। इसके पूर्व वह अपने अटपटे बयानों के कारण सुर्खियों में रहे हैं। आइए जानते हैं कि क्या उनकी हत्या की साजिश एक अफवाह है या फिर सुरक्षा के नाम पर सियासत का खेल।
2- प्रो पंत का कहना है कि दरअसल, इमरान खान और उनकी पार्टी को भय सता रहा है कि कहीं नई सरकार उनकी सुरक्षा को न हटा लें। ऐसे में यह ज्यादा संभव है कि उनकी पार्टी ने इस तरह की हत्या के मामले को हवा दी है। इमरान और उनकी पार्टी को आशंका है कि नई सरकार उनके साथ बदले की कार्रवाई करके उनकी सुरक्षा को हटा सकती है। प्रो पंत का मानना है कि यह सुरक्षा को लेकर सियासत है। ऐसा करके इमरान खान की पार्टी आम जनता की सहानुभूति एकत्र करना चाहती है। इमरान खान के समर्थक नई सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि उनको मिली सुरक्षा पर कोई आंच नहीं आए। यह इसलिए भी क्यों कि हाल में पाकिस्तान में यह बात तेजी से फैली थी कि नई सरकार इमरान की सुरक्षा हटा सकती है। इमरान सरकार ने भी सत्ता में आने के बाद कई विपक्षी नेताओं की सुरक्षा को वापस ले लिया था, ऐसे में यह माना जा रहा है कि नई सरकार बदले की कार्रवाई कर सकती है।
3- प्रो पंत ने कहा कि इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पाकिस्तान में चुनाव होने तक सक्रिय सियासत में बने रहना चाहते हैं। इस दृष्टिकोण से खुद इमरान और उनकी पार्टी कोई न कोई मसला उठा रही है, जिससे नई सरकार उलझी रहे। उन्होंने कहा दो दिन पहले ही पीटीआई नेता शाहबाज गिल ने ट्वीट करके दावा किया था कि इमरान की सुरक्षा में लगी इस्लामाबाद पुलिस के सभी जवानों को गुरुवार शाम को हटा दिया गया है। उन्होंने शहबाज शरीफ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि एक दोषी मरियम नवाज को प्रधानमंत्री स्तर की सुरक्षा दी गई है, जबकि दूसरी तरफ पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान की सुरक्षा वापस ले ली गई है। इसके बाद इमरान की हत्या की आशंका की बात तेजी से फैली है। इससे पहले फवाद चौधरी ने कहा था कि इमरान रविवार को इस्लामाबाद लौट सकते हैं। चौधरी ने अप्रैल में दावा किया था कि इमरान खान की हत्या की साजिश रची गई है और उनकी सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।
इमरान के आवास की सुरक्षा बढ़ी
उधर, इस्लामाबाद पुलिस ने इमरान के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी है। शनिवार को इस्लामाबाद पुलिस विभाग ने कहा कि इमरान के आवास बानी गाला के आसपास के इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सत्ता से बेदखल हो चुके इमरान पहले भी कई बार दावा कर चुके हैं कि उनकी हत्या की साजिश रची गई है। खान ने कहा था कि एक वीडियो में उन्होंने सजिशकर्ताओं का खुलासा किया है जो उनकी मौत के बाद सामने आएगा। इस्लामाबाद पुलिस ने अपने ट्वीट में कहा है किपीटीआई चेयरमैन इमरान खान की बानी गाला में संभावित वापसी को देखते हुए आवासीय परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। हालांकि अब तक इस्लामाबाद पुलिस को इमरान खान की टीम की ओर से उनकी वापसी की कोई पुख्ता खबर नहीं मिली है।