100 वर्ष की उम्र में पीएम मोदी की मां का हुआ निधन, संघर्षों से भरा रहा था जीवन, जानिए उनके जीवन की पूरी कहानी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा का 100 साल की उम्र में हुआ निधन।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा का आज सुबह 100 साल की उम्र में निधन हो गया है। पीएम मोदी मां के अंतिम संंस्कार में शामिल होने के लिए अपने घर गुजरात पहुंच चुके हैं। न्होंने 30 दिसंबर 2022 को तड़के 3 बजकर 30 मिनट पर आखिरी सांस ली।

गांधीनगर, ऑनलाइन डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा मोदी का आज तड़के करीब साढ़े तीन बजे निधन हो गया। उनका पिछले दो दिनों से अहमदाबाद के संयुक्त राष्ट्र अस्पताल में इलाज चल रहा था। अपनी मां की तबीयत बिगड़ने की खबर मिलने के बाद, नरेंद्र मोदी दिल्ली से अहमदाबाद आए और अपनी मां के स्वास्थ्य के बारे में पूछा। अस्पताल ने यह भी कहा कि हीराब की सेहत में सुधार हो रहा है। हालांकि, उन्होंने 30 दिसंबर 2022 को तड़के 3 बजकर 30 मिनट पर आखिरी सांस ली।

मां हीराबा का जीवन

हीराबा का जन्म 18 जून साल 1923 को मेहसाणा जिले के विसनगर में हुआ था। हीराबा ने बचपन में ही अपनी मां का प्यार खो दिया था। उनकी मां की मौत स्पेनिश फ्लू महामारी में हो गई थी। हीराबा का बचपन गरीबी में बीता था उनका बचपन संघर्षों से भरा रहा था। यही कारण है कि वह कम उम्र में ही चुनौतियों से परिपक्व हो गई थी। हालांकि वह परिवार में सबसे बड़ी थी जिस कारण घर की सारी जिम्मेदारी उनके सिर पर आ गई और उन्होंने बचपन में ही परिवार की जिम्मेदारी भी उठा ली थी।

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गरीबी में बीता जीवन

हीराबा का विवाह गुजरात के वडनगर में एक छोटे से घर में रहने वाले मोदी परिवार में हुआ था। उनके पति मोदी परिवार में सबसे बड़े दामाद थे। लेकिन शादी के बाद भी हीराबा के जीवन में संघर्ष रहा था। शादी के तुरंत बाद ही उन्होंने मोदी परिवार की सारी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली थी। कई जिम्मेदारियों और संघर्षों के बावजूद उन्होंने पूरे परिवार को एक साथ रखा है। हीराबा का परिवार वडनगर में एक छोटे से घर में रहता था। उसमें कोई खिड़की भी नहीं थी। हीरबा के पति दामोदरदास मोदी ने बांस के डंडे और लकड़ी के तख्तों से एक चबूतरा बनाया हुआ था उसमें ही हीराबा खाना बनाती थी।

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घर का खर्च चलाने के करती था साफ- सफाई

हीराबा का जीनव हमेशा से ही संघर्षों से भरा रहा था। वह शुरूआत से ही घर का खर्च चलाने के लिए घरों की साफ-सफाई करती थीं। वे व्हील स्पिनर का भी काम करती थी। वे कला फोलवा से लेकर रूकांतवा तक का काम करती थी। समय बीतने के साथ नरेंद्र मोदी समेत उनके सभी बच्चे बड़े हो गए थे। हीराबा गांधीनगर के रायसन में अपने बेटे पंकज मोदी के साथ रहती हैं। 18 जून 2022 को 100 साल की हुईं हीरा बा इस उम्र में भी अपना काम खुद करने की जिद पर अड़ी थीं। वह साफ-सफाई में भी उतना ही विश्वास करती थी।

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हीराबा को सादा खाना और लपसी बहुत पसंद

हीराबा ज्यादातर घर का बना खाना ही खाती थीं। उन्हें खिचड़ी, दालभात, लपसी बहुत पसंद थी। यहां तक ​​कि प्रधानमंत्री मोदी भी जब मां हीराबा के साथ भोजन करते थे तो वह भी रोटली, सब्जी, दाल चावल और सलाद जैसे सादा खाना खाते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2014 में देश के पीएम बने थे। वह 2016 में अपनी मां को अपने साथ दिल्ली ले गए थे। पीएम मोदी ने उन्हें अपने हाथ से व्हीलचेयर पर बिठाया और उन्हें बगीचा दिखाया था।

हीराबा के जन्मदिन पर आयोजित हुए थे विभिन्न कार्यक्रम

हीराबा के 100 वर्ष पूरे होने पर 18 जून 2022 को वडनगर में उनके 100 वर्ष पूरे होने पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। 18 जून 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रायसन आए और मां से मिले थे। वडनगर के हाटकेश्वर महादेव मंदिर में 100 दीवानी आरती की गई थी। वडनगर के हर स्कूल में बच्चों को पोषाहार भी दिया गया। साथ ही वडनगर में नवचंडी यज्ञ किया गया था।

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