पत्नी रिवाबा की तारीफ करने पर सोशल मीडिया में ट्रोल हुए क्रिकेटर रविंद्र जडेजा, इस बात पर जताई थी खुशी

 

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Ravindra Jadeja Trolled for Praising Wife: क्रिकेटर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बारे में अपनी पत्नी रिवाबा जडेजा (Rivaba Jadeja) के ज्ञान की प्रशंसा करने पर सोशल मीडिया में ट्रोल किया गया। 26 दिसंबर को जडेजा ने अपनी पत्नी रिवाबा जडेजा का एक वीडियो साझा किया था जिसमें वो आरएसएस के बारे में बता रहीं थी। गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में पहली बार विधायक बनीं रिवाबा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की देशभक्ति, राष्ट्रवाद और बलिदान की जमकर तारीफ की थी।

शेयर किया वीडियो

रविंद्र जडेजा ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा था ''आरएसएस के बारे में आपके ज्ञान को देखकर खुशी होती है। ये एक ऐसी संस्था है जो भारतीय संस्कृति और उसके मूल्यों को ऊंचा उठाने का काम करती है। आपका ज्ञान और कर्मठता ही है जो आपको सबसे अलग बनाती है। इसे बनाए रखें।''

'सबको लग रहा है ईडी का डर'

सोशल मीडिया पर लोग रविंद्र जडेजा से पूछ रहे हैं कि क्या उन्होंने राजनीति में कदम रख दिया है या बीसीसीआई बीजेपी के सामाने घुटने टेक चुकी है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने एक न्यूज चैलन में बहस के दौरान कहा कि ईडी और इनकम टैक्स के डर से क्रिकेटर, सितारे समेत कई हस्तियां बीजेपी को खुश करने में लगी हुई हैं।

'क्या आरएसएस के बारे में बात करना गलत है'

बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने रविंद्र जडेजा का पक्ष लेते हुए कहा ''उनकी सिर्फ ये गलती रही कि उन्होंने अपनी पत्नी का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने इस सत्य का साथ दिया कि आरएसएस समाज में मूल्यों को ऊंचा उठाती है। साथ ही ये ऐसी संस्था है जो भारतीय संस्कृति और मूल्यों का प्रतिनिधित्व करती है। इसके लिए उनकी तथाकथित लिबरल लुटियन्स सेक्यूलर ईको सिस्टम द्वारा आलोचना की जा रही है। इसलिए वो कांग्रेस पार्टी के नेता राशिद अल्वी के निशाने पर भी हैं। मैं ये जनना चाहता हूं कि क्या आरएसएस के बारे में बात करना गुनाह है?''

'कई क्रिकेटर कांग्रेस का समर्थन कर चुके हैं'

शहजाद पूनावाला ने कहा ''प्रणब मुखर्जी समेत कई कांग्रेस नेता आरएसएस की तारीफ कर चुके हैं। कई क्रिकेटर साफतौर पर कांग्रेस का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि कोई कांग्रेस की सराहना करता है तो इसमें कोई तकलीफ नहीं है लेकिन यदि कोई आरएसएस की तारीफ करेगा तो उसे निशाना बनाया जाएगा?