यूक्रेन नहीं अमेरिका है रूस का कट्टर दुश्मन, हमेशा रहा है दोनों में तकरार, जानें क्या है इसकी वजह

 


Russia Ukraine War रूस औ अमेरिका में वर्चस्व की लड़ाई।
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Russia Ukraine War रूस-यूक्रेन में 300 से ज्यादा दिनों से चल रहा युद्ध लगातार बढ़ रहा है लेकिन रूस यूक्रेन को अपना जानी दुश्मन नहीं मानता है। यूकेन का कट्टर दुश्मन अमेरिका है। ऐसा हम किस लिए कह रहे हैं आइए जानें।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। रूस-यूक्रेन युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रूस लगातार यूक्रेन पर मिसाइल हमले कर रहा है और कई क्षेत्रों पर कब्जा कर चुका है। हाल ही में रूसी सेना ने यूक्रेन पर एक ही दिन में 70 से ज्यादा मिसाइल दागी थी, जिसके चलते ब्लैकआउट तक छा गया था। रूस ने यूक्रेन के कई रहवासी इमारतों को भी निशाना बनाया था, जिससे तीन लोगों की मौत भी हो गई थी। रूस यूक्रेन पर जिस तरह हमले कर रहा है उससे ऐसा लग रहा है कि वो यूक्रेन को अपना जानी दुश्मन मानता है, लेकिन असल में ऐसा नहीं है। यूकेन का कट्टर दुश्मन अमेरिका है। ऐसा हम किस लिए कह रहे हैं, आइए जानें।

अमेरिका से दुश्मनी नई नहीं

रूस की अमेरिका से दुश्मनी हाल ही की बात नहीं है। चाहे यूक्रेन युद्ध हो या दूसरा विश्व युद्ध अमेरिका के साथ रूस का संबंध हमेशा से ही तनाव भरा रहा है। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भी सोवियत संघ और अमेरिका के बीच तल्खी बनी रही थी और इसी के चलते दोनों एक दूसरे पर हमलावर थे।

रूस-अमेरिका में वर्चस्व की लड़ाई

सोवियत संघ के दौरान ही दोनों देशों में खिचीं तलवार के चलते विश्व में दो खेमें बन गए थे। एक खेमा अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप के मिल जाने से नाटो के रूप में बना तो दूसरा सोवियत संघ के ईस्टर्न यूरोप के साथ वॉरसा समझौते के तहत बना। दोनों देश हमेशा छोटे देशों पर अपना असर डालने की कोशिश में रहते हैं। दोनों दुनिया को अपनी तरह से चलाने की जदोजहद में ऐसा करते हैं। अब सोवियत संघ के टूटने के बाद बने रूस के रिश्ते अमेरिका के साथ और भी खराब हो गए हैं।

ताकत दिखाने के चक्कर में हुआ यूक्रेन युद्ध

रूस-यूक्रेन युद्ध को शुरू हुए 300 से ज्यादा दिन हो गए हैं और दोनों देश इसे खत्म करने का नाम नहीं ले करे हैं। रूस लगातार यूक्रेन पर मिसाइलों की बरसात कर रहा है और यूक्रेन भी जवाबी हमले से चूक नहीं रहा है। दोनों देशों में शुरू हुई इस लड़ाई में कहीं न कहीं अमेरिका का नाम भी आता है। अमेरिका का यूक्रेन को उसके साथ खड़े रहने और नाटो में उसकी एंट्री का साथ देने की बात कहना भी इस युद्ध के होने के लिए अहम माना जाता है।

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पुतिन के सत्ता में आने के बाद अमेरिका से बढ़ी तल्खी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सत्ता संभालने के बाद से रूस और अमेरिका के रिश्तों में और खटास उत्पन्न हुई है। सीरिया में अमेरिकी सेना की कार्रवाई के समय भी रूस ने सीरिया की मदद कर अमेरिका को झटका देने का काम किया था तो अब अमेरिका भी उसी के भांति यूक्रेन का साथ दे रूस को पटकनी देने में लगा है। इस युद्ध में दोनों देशों के संबंध इतने खराब हो चुके हैं कि अमेरिका रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा चुका है तो रूस कई बार अमेरिका को परमाणु युद्ध की धमकी दे चुका है।