तमिलनाडु के होटल में होता था जातिगत भेदभाव, पुलिस ने मालिक और उसकी पत्नी को किया गिरफ्तार

 

होटल में जातिगत भेदभाव करने वाले मालिक दंपति गिरफ्तार।
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तमिलनाडु के वेंगैयावयल में अनुसूचित जाति के साथ एक होटल में लंबे समय से जातिगत भेदभाव किया जाता था। इस होटल में अनुसूचित जाति के लोगों को अलग गिलास में पानी दिया था। मामले की पुष्टि होने के बाद होटल के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

चेन्नई, एजेंसी। तमिलनाडु के एक होटल मालिक और उसकी पत्नी को पुदुकोट्टई में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, इस दंपती पर अनुसूचित जातियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि इनके रेस्तरां में अनुसूचित जातियों को अलग-अलग गिलास उपलब्ध कराया जाता था।

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान 57 साल के मालिक मुक्कैया और उनकी 52 साल की पत्नी मीनाक्षी के रूप में की गई है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने वेंगैयवयल में एक संयुक्त निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि अनुसूचित जाति के लोगों की कॉलोनी में जिस टंकी से पानी की आपूर्ति होती थी उसमें मानव मल था। इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन ने ओवरहेड टैंकों से कॉलोनी में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की है।

चाय नहीं देते हैं, पानी के लिए देते हैं अलग गिलास

दलित राजनीतिक दल विदुथलाई चिरुथिगाल काची (वीसीके) के एक स्थानीय नेता आर. सरवनन ने बताया, "इस होटल में दलित समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव के कई उदाहरण सामने आए हैं। इस होटल में अनुसूचित जनजाती के लोगों को चाय भी नहीं दी जाती है। यदि वे पानी देते भी हैं, तो वे इसे एक अलग गिलास में देते हैं।"

मंदिर में भी प्रवेश पर लगा प्रतिबंध

वेंगैयावयल के निवासियों ने बताया कि उनकी जाति के कारण उन्हें स्थानीय मंदिर में भी नहीं जाने दिया जाता है। घटनाक्रम के बारे में बात करते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह वास्तव में चौंकाने वाला मामला है। होटल में दो तरह के गिलास रखना और दलितों को स्थानीय मंदिर में जाने से रोकना यह इशारा करता है कि ओवरहेड पानी की टंकी में मानव मल का काम बदमाशों का नहीं, बल्कि समुदाय के खिलाफ एक सुनियोजित अभियान है। मामले में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है।