डीके शिवकुमार ने साधा भाजपा पर निशाना, कहा- नहीं दी जाएगी महाराष्ट्र को एक भी इंच जमीन

 


कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'महाराष्ट्र को एक भी गांव या एक इंच जमीन नहीं दी जाएगी।
;

शिवकुमार ने कहा भाजपा के सांसद और विधायक अपने आलाकमान के सामने बोलने की हिम्मत नहीं रखते। वे मामले को सुलझाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल में अभी तक नहीं गए हैं। पूरी महाराष्ट्र सरकार कर्नाटक और उसके लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है।

नई दिल्ली, एएनआई। चल रहे कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद के बीच, कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। शिवकुमार ने कहा कि कोई सीमा मुद्दा नहीं है, यह दोनों राज्यों में भाजपा सरकार द्वारा बनाया गया है।' डीके शिवकुमार ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'उनकी ट्रिपल इंजन सरकार, जो महाराष्ट्र, कर्नाटक और केंद्र में हैं। यूनियन एचएम ने उनसे बात की और कुछ निष्कर्ष निकाला है।

महाराष्ट्र को एक भी गांव या एक इंच जमीन नहीं दी जाएगी : कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष

कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'महाराष्ट्र को एक भी गांव या एक इंच जमीन नहीं दी जाएगी। महाराष्ट्र भी हमारे साथ ऐसा करने की कोशिश नहीं करेगा। यह संभव नहीं है। वे राजनीतिक लुका-छिपी खेल रहे हैं।' डीके शिवकुमार ने आगे कहा, 'भाजपा के सांसद और विधायक अपने आलाकमान के सामने बोलने की हिम्मत नहीं रखते। वे मामले को सुलझाने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल में अभी तक नहीं गए हैं। पूरी महाराष्ट्र सरकार कर्नाटक और उसके लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है। सीमा को सील कर दिया गया है, यह संभव नहीं है।'

शिवकुमार ने यहां मराठी भाषी गांवों को शामिल करने के लिए पड़ोसी राज्य की विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव की निंदा की। उन्होंने कहा कि पूरा कर्नाटक और कांग्रेस पार्टी हमारे गांवों को महाराष्ट्र में शामिल करने के उनके प्रस्ताव की कड़ी निंदा करती है। हम इसके खिलाफ अपना विरोध व्यक्त करते हैं।

क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानमंडल ने मंगलवार को कर्नाटक सीमावर्ती गांवों में रहने वाले मराठी भाषी लोगों के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि सरकार 865 मराठी भाषी गांवों को महाराष्ट्र में विलय करने के लिए उच्चतम न्यायालय के समक्ष कानूनी लड़ाई लड़ेगी। बेलगाम, कारवार, निप्पनी समेत कई इलाकों के मराठी भाषी को महाराष्ट्र में लाया जाएगा। प्रस्ताव में कहा गया है कि इन गांवों का एक-एक इंच इलाका महाराष्ट्र में लाया जाएगा।