लोकसभा में अमित शाह बोले- नशाखोरी एक गंभीर समस्या, ड्रग्स और आतंकवाद पर सख्त है सरकार


नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आज भी संसद में विपक्षी दलों ने हंगामा किया। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने आज संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान विपक्षी दलों ने सरकार से चीन मुद्दे पर सदन में चर्चा की मांग की। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि नशाखोरी एक गंभीर समस्या है जो पीढ़ियों को नष्ट कर रही है। ड्रग्स से होने वाले मुनाफे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए भी किया जाता है।

'1,60,000 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स को जलाया गया'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बताया कि 75,000 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स को नष्ट करने का लक्ष्य रखा गया था और 60 दिनों के भीतर हमने 1,60,000 किलोग्राम से अधिक अवैध ड्रग्स को जला दिया है। हमने एक कमेटी भी बनाई है, जो हर 15 दिन में इस डेटा का विश्लेषण करती है।

राज्यसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सब्सिडी/मुफ्त उपहारों को प्रासंगिक बनाया जाना चाहिए। यदि आप इसे अपने बजट में डाल सकते हैं और इसके लिए प्रावधान कर सकते हैं, जब आपका राजस्व आएगा और आप पैसा देंगे, तो किसी को आपत्ति क्यों होगी? शिक्षा, स्वास्थ्य, किसानों को दी जाने वाली कई तरह की सब्सिडी पूरी तरह जायज हैं। उन्होंने कहा कि यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि जब आप अपने तरीकों में पारदर्शी होते हैं, तो इस मुफ्त उपहारों पर कोई बहस नहीं होती। हम केवल पारदर्शिता और वैधानिक राजकोषीय नियमों का अनुपालन चाहते हैं।

राज्यसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं

राज्यसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऐसी मीडिया रिपोर्टें हैं कि एक राज्य सरकार अपने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान समय पर नहीं कर पा रही है और कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं। ऐसा शायद इसलिए है क्योंकि पूरे देश में कई अलग-अलग विज्ञापन देने के लिए धन का उपयोग किया जा रहा है।

गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर बोले अधीर रंजन

केंद्रीय गृह अमित शाह के बयान पर लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से गृह मंत्री ने भारत को ड्रग्स मुक्त करने की बात कही है, लेकिन यह जमीनी स्तर पर कुछ और ही बयां करती है। वर्ष 2018 में ड्रग्स से 7,193 आत्महत्या हुई हैं, वहीं वर्ष 2021 में ड्रग्स से 10,560 मृत्यु हुई। यह आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं।

जांच एजेंसियों पर सवाल उठाना बंद करें- शाह

ड्रग्स के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि सीमाएं केंद्र सरकार की जिम्मेदारी होती हैं, लेकिन जब हम बीएसएफ को अधिकार देते हैं तो कहा जाता है कि राज्यों के अधिकार लिए जा रहे हैं, अब वहां बीएसएफ कैसे काम करेगी। बीएसएफ ड्रग्स जब्त करती है, लेकिन मामला दर्ज करने का अधिकार नहीं है, इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने वाले मादक पदार्थों की तस्करी को बढ़ावा दे रहे हैं। बिना अधिकारों के एजेंसियां काम नहीं कर सकतीं, उन्हें अधिकार देने होंगे। हमें अपनी एजेंसियों पर विश्वास दिखाना चाहिए।

ड़ी देशों से देश में आ रहा ड्रग्स- शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बताया कि खाड़ी देशों से ड्रग्स आ रहा है और इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कारखानों को सील कर दिया गया है। इसके आधार पर 12 राज्यों में छापेमारी की गई और वहां भी लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

भारत में स्थिति बेहतर है- निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्रालय निर्मला सीतारमण ने कहा कि कई बड़ी विकसित अर्थव्यवस्थाएं मंदी का सामना कर रही हैं, क्योंकि मुझे लगता है कि जिस तरह से उन्होंने कोविड को संभाला है। वह उस तरीके से अलग थी, जिस तरह से हमने इसे भारत में संभाला था।

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राज्यसभा में बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में बताया कि मार्च 2022 में सकल एनपीए 5.9% के 6 साल के निचले स्तर पर आ गया है। कॉरपोरेट क्षेत्र अपने बैलेंस शीट को कम कर रहा है, जैसा कि निजी गैर-वित्तीय क्षेत्र के कोर कर्ज में कमी से स्पष्ट है, जो मार्च 2016 में 97.4 प्रतिशत से घटकर जून 2022 में जीडीपी का 87.8 प्रतिशत हो गया है।

मनोज झा ने लिखा जगदीप धनखड़ को पत्र

राजद सांसद मनोज झा ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से सभी लोगों से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर इनका बस चले तो देश को बिहार ही बना दें।

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'मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों पर हो कार्रवाई'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार की नीति बहुत स्पष्ट है, नशा करने वाले पीड़ित हैं, हमें उनके प्रति संवेदनशील होना चाहिए और पीड़ितों को उनके पुनर्वास के लिए अनुकूल माहौल देना चाहिए, लेकिन मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।

लोकसभा में बोले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

ड्रग्स खतरे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि एनसीबी पूरे देश में जांच कर सकती है। यदि अंतरराज्यीय जांच करने की आवश्यकता है तो एनसीबी प्रत्येक राज्य की मदद करने के लिए तैयार है। यहां तक कि एनआईए भी राज्यों की मदद कर सकती है अगर देश के बाहर जांच की जरूरत है।

'सभी को मिलकर लड़नी होगी नशे के खिलाफ लड़ाई'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को मिलकर नशे के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। हमें सीमाओं, बंदरगाहों और हवाई अड्डों के माध्यम से नशीली दवाओं के प्रवेश को रोकने की जरूरत है। राजस्व विभाग, एनसीबी और मादक पदार्थ रोधी एजेंसियों को एक ही पृष्ठ पर होने वाले खतरे के खिलाफ काम करना होगा।

'ड्रग्स और आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कह कि हमारी सरकार की ड्रग्स के मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस की नीति है। जो देश हमारे देश में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, वे ड्रग्स से होने वाले मुनाफे का इस्तेमाल उसी के लिए कर रहे हैं। इस गंदे पैसे की मौजूदगी भी धीरे-धीरे हमारी अर्थव्यवस्था को खोखला कर देती है।

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भारत-चीन मुद्दे पर सदन में चाहते हैं चर्चा- खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सीमा विवाद के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हम सदन में भारत-चीन के मुद्दे को लेकर चर्चा चाहते हैं, चर्चा अगर नहीं हुई और एकतरफा उत्तर हुआ है तो उसका क्या मतलब है।

प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी दलों पर साधा निशाना

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद परिसर में विपक्षी दलों के प्रदर्शन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नकली कांग्रेस को बीच-बीच में महात्मा गांधी याद आते हैं, ये अच्छी बात है। मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि उनके कार्यकाल में क्या हुआ था, हमने क्या खोया था? नेहरू के कारण कितनी जमीन हमने खोई थी, कितना पाया था, उन्हें इसकी जानकारी निकाल लेनी चाहिए।

सीमा पर क्या स्थिति है, देश जानना चाहता है- शशि थरूर

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि विपक्ष संसद में भारत-चीन सीमा विवाद पर बातचीत की मांग कर रहा है। सरकार लोगों के लिए जवाबदेह है, हम सब देश की रक्षा के लिए खड़े हैं। सीमा पर क्या स्थिति है, जून 2020 में हमारे 20 जवान क्यों मारे गए थे? ये पता होना चाहिए।

दोपहर 12 बजे तक स्थगित हुई लोकसभा

विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों के भीतर लोकसभा दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

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अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर साधा निशाना

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से मोदी सरकार बौखलाए हुई है। आम लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा तरह-तरह के सवाल उठा रही है। क्या गुजरात चुनाव में PM मोदी मास्क लगाकर, सारे प्रोटोकॉल मानते हुए घर-घर गए थे।

कार्ति चिदंबरम बोले- भारत जोड़ो यात्रा पर इतना ध्यान क्यों?

कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि आज का कोविड प्रोटोकॉल क्या हैं? ऐसा लगता है कि हमारे पास किसी भी अन्य सार्वजनिक समारोहों में लागू करने योग्य COVID प्रोटोकॉल नहीं हैं। भारत जोड़ो यात्रा पर अचानक इतना ध्यान क्यों दिया जा रहा है, अगर भाजपा को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है?

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स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राहुल को लिखी चिट्ठी

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए और मास्क-सैनिटाइजर का उपयोग लागू किया जाए।

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चीन पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष का प्रदर्शन

बता दें कि चीन पर चर्चा की मांग को लेकर आज संसद में गांधी प्रतिमा के बाहर विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिलेगा। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने विरोध प्रदर्शन के लिए समान विचारधारा वाले विपक्षी नेताओं को बुलाया है।

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मनीष तिवारी ने दिया लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस

वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। इसके अलावा कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने भी चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।

23 दिसंबर को समाप्त हो सकता है शीतकालीन सत्र

बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र निर्धारित समय से छह दिन पहले 23 दिसंबर को समाप्त हो सकता है। यह जानकारी सूत्रों ने दी है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय आगामी क्रिसमस सप्ताह को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। कहा जा रहा है कि सभी दलों के नेता 23 दिसंबर को सत्र समाप्त करने के लिए सहमत हैं। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र 29 दिसंबर को समाप्त होना था। यह 7 दिसंबर से शुरू हुआ था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को त्योहार और साल के अंत के मौसम को ध्यान में रखते हुए सत्र को जल्दी समाप्त करने का आवेदन प्राप्त हुआ था।

मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर संसद में हंगामा, भाजपा सांसदों ने की माफी की मांग; कांग्रेस अध्यक्ष का अड़ियल रुख