भारतीय महिला फाइटर पायलट की बड़ी कामयाबी, पहली बार विदेशी हवाई युद्धाभ्यास का बनेंगी हिस्सा

 

पहली बार विदेश में हवाई युद्धाभ्यास के लिए जाएंगी भारतीय महिला पायलट।

पहली बार भारतीय वायु सेना की महिला फाइटर पायलट जापान में हो रहे हवाई युद्धाभ्यास का हिस्सा बनेंगी। लाड़ाकू विमान Su-30MKI की स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी इस युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए जल्द ही जापान रवाना होने वाली है।

जोधपुर,एएनआई। पहली बार भारतीय वायु सेना की महिला लड़ाकू पायलट देश के बाहर होने वाले हवाई युद्धाभ्यास के लिए भारतीय दल का हिस्सा होंगी। इससे पहले दो महिला लड़ाकू पायलट ने फ्रांसीसी वायु सेना सहित भारत आने वाली कई विदेशी टुकड़ियों के साथ युद्धाभ्यास में भाग लिया है लेकिन ऐसा पहली बार होगा कि ये भारत का प्रतिनिधित्व करने देश के बाहर जाने वाली है।

Su-30MKI पायलट जाएंगी जापान

भारत की पहली तीन महिला फाइटर पायलटों में से एक स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी अभ्यास में शामिल होने के लिए जल्द ही जापान रवाना होने वाली है। स्क्वाड्रन लीडर चतुर्वेदी एक Su-30MKI पायलट हैं। 'वीर गार्जियन 2023' अभ्यास 16 जनवरी से 26 जनवरी के बीच ओमिटामा में हयाकुरी एयर बेस और इसके आसपास के हवाई क्षेत्रों के साथ ही जापान में सयामा में इरुमा एयर बेस में किया जाएगा।

Su-30MKI सबसे घातक विमानों में शामिल

अवनी चतुर्वेदी के बैचमेट और पहली महिला फाइटर पायलटों की तिकड़ी का हिस्सा रही स्क्वाड्रन लीडर भावना कंठ ने भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित Su-30MKI को स्वदेशी हथियार प्रणालियों से लैस सबसे अच्छे और सबसे घातक विमानों में से एक करार दिया है। भावना कंठ ने कहा, "Su-30MKI एक कमाल का एयरक्राफ्ट है। इसकी खासियत यह है कि यह एक साथ हवा से जमीन और हवा से हवा में, दोनों मिशनों को अंजाम दे सकता है।"साथ ही उन्होंने कहा कि इस विमान के बारे में हैरान करने वाली बात यह है कि यह किसी भी गति में युद्धाभ्यास कर सकता है। इसमें कई ईंधन भरे जा सकते हैं जिसकी वजह से यह बहुत दूरी के मिशन को पूरी करने की क्षमता भी रखता है। उन्होंने कहा कि विमान में सभी लेटेस्ट एविओनिक्स है और इसमें किसी भी हथियार को फिट करके आसानी से मिशन को अंजाम दे सकता है। एक महिला फाइटर पायलट के रूप में उनकी भावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एयरक्राफ्ट को नहीं पता उसे एक पुरुष चला रहा है या महिला लेकिन मुझे गर्व है कि वह इस बल का हिस्सा हैं।हथियार, सेंसर इसे बाकि लड़ाकब विमान से अलग बनाता

रेगिस्तान क्षेत्र में Su-30 लड़ाकू विमान के स्क्वाड्रन अर्पित काला ने कहा कि भारतीय Su-30MKI काफी बेहतरीन है क्योंकि यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीकों और हथियारों से लैस हैं। ग्रुप कैप्टन काला से भारतीय कहा गया कि वे Su-30MKI की तुलना अन्य देशों द्वारा संचालित होने वाले लड़ाकू विमान Su-30s के साथ करें तो इसके जवाब में अर्पित काला ने कहा, "भारतीय Su-30MKI के हथियार, सेंसर और एवियोनिक्स इसे दुनिया के लड़ाकू विमान से अलग बनाता है।

काला ने कहा, "हवा से हवा में मार करने वाले और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों के साथ इसकी लंबी दूरी तक वार करने वाली मिसाइलें इसे दूसरों से बेहतर बनाता है। यह दुनिया के सबसे अच्छे विमानों में से एक है।" अधिकारी ने कहा कि विमान और एयरक्रू की ट्रेनिंग इसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फ्लैंकर्स में से एक बनाता है क्योंकि भारतीय वायु सेना की ट्रेनिंग को दुनिया में सबसे बेहतरीन ट्रेनिंग माना जाता है।उन्होंने कहा कि 'ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज' मिसाइलों और 'एस्ट्रा' हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की वजह से यह लड़ाकू विमान और भी घातक हो गया है। स्क्वाड्रन लीडर मुकुल बावा ने भी इस लड़ाकू विमान को एक अनूठा विमान बताया जो कि भारतीय उपकरणों से लैस होने के कारण और भी घातक हो गया है।

अधिकारियों ने कहा कि लंबी दूरी से हमला करने वाली 'ब्रह्मोस मिसाइल' 500 किमी से दूर रहकर भी अपने दूश्मन वायु सेना को धूल चटा सकती है। साथ ही उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने Su-30MKI के लिए अगली पीढ़ी की विकिरण रोधी मिसाइलों के अधिग्रहण को भी मंजूरी दे दी है, जो उन्हें 100 किलोमीटर से अधिक दूरी से दुश्मन के राडार पर हमला करने में सक्षम बनाएगी।

भारत लगातार बना रहा आधुनिक

भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसने अपने Su-30MKI को इतनी लंबी दूरी की हमला करने की क्षमता से लैस किया है और लगातार इसमें लेटेस्ट हथियार जोड़कर इसे और आधुनिक बनाने में लगा हुआ है। पिछले दो सालों में सुखोई बेड़े में बहुत सारे नए उपकरण भी शामिल किए गए हैं, जिनमें स्पाइस-2000 सीरिज के सटीक हथियार शामिल हैं। स्पाइस 2000 सीरिज को प्रभावी स्टैंड-ऑफ हथियारों में से एक माना जाता है।