पटना पुलिस के पास पेट्रोल-डीजल भरवाने के पैसे नहीं, आठ करोड़ के कर्ज के बाद पंप ने तेल देना किया बंद


पंप ने पुलिस की गाड़ियों को ईंधन देना किया बंद, लड़खड़ाई पेट्रोलिंग व्यवस्था

पेट्रोल पंप ने पटना पुलिस की गाड़ियों को डीजल-पेट्रोल देना बंद कर दिया है। इसके चलते राजधानी में पेट्रोलिंग खासतौर पर डायल 112 की व्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा गई है। स्थिति यह हो गई है कि थानेदार अपने स्तर पर जरूरत के हिसाब से गाड़ियों में तेल भरा रहे है।

पटना,  संवाददाता। पेट्रोल पंप ने पटना पुलिस की करीब दो दर्जन थानों की गाड़ियो को ईंधन देना बंद कर दिया है। इसके चलते राजधानी में पेट्रोलिंग खासतौर पर डायल 112 की व्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा गई है। तेल कूपन न मिलने से डायल 112 की कई खड़ी हो गईं हैं। स्थिति यह हो गई है कि थानेदार अपने स्तर पर मैनेज कर जरूरत के हिसाब से गाड़ियों में तेल भरा रहे है। वहीं पुलिस पदाधिकारी की गाड़ी भी क्रेडिट पर दौड़ रही है। दरअसल, पटना पुलिस पर पेट्रोल-डीजल का आठ करोड़ रुपये का बकाया है। आठ करोड़ बकाया होने से आर ब्लाक स्थित पेट्रोल पंप ने पटना पुलिस व पुलिस पदाधिकारियों की गाड़ियों में तेल भरना बंद कर दिया है।

एक जनवरी से बढ़ी गई समस्या

उक्त पेट्रोल पंप से राजधानी के करीब दो दर्जन से अधिक थानों की गाड़ियों को पेट्रोल डीजल उपलब्ध कराया जाता है। इसमें गांधी मैदान, कोतवाली, बुद्धा कालोनी, एसकेपुरी, रामकृष्णा नगर, शास्त्रीनगर, पाटलिपुत्र, दीघा, गोपालपुर, चौक, अगमकुआं सहित दूसरे कई थाने शामिल है। सूत्रों की मानें तो एक जनवरी से ही पंप ने डीजल-पेट्रोल देना बंद कर दिया है।

पूर्व में भी पेट्रोल पंप ने चस्पा किया था नोटिस 

एक साल पूर्व भी ऐसा हुआ था जब पुलिस विभाग 4.80 करोड़ रुपये बकाया हो गया और पेट्रोल पंप ने पटना पुलिस की गाड़ियों को पेट्रोल-डीजल देना बंद कर दिया था। साथ ही नोटिस चस्पा कर दिया गया था कि बकाया भुगतान के बाद ही आपूर्ति की जाएगी। हालांकि तब कुछ ही दिनों की समस्या थी, लेकिन इस बार नौ दिन गुजर चुके हैं।

गिनी चुनी गाड़ियों में ही भराए जा रहे पेट्रोल

एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि ईंधन के भुगतान को लेकर कुछ परेशानी है। स्थिति से पुलिस मुख्यालय को अवगत करवा दिया गया है। पेट्रोल पंप से बातचीत कर क्रेडिट पर बेसिक ईंधन उपलब्ध कराया जा रहा है। आपातकाल में इस्तेमाल होने वाली गाड़ियों में पेट्रोल भराया जा रहा है।

खुलकर नहीं बोल पा रहे थानेदार

एक पुलिस पदाधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि परेशानी तो है, लेकिन पेट्रोलिंग में चूक हुई तो कार्रवाई हो सकती है। ऐसे में जिस इलाके में पेट्रोलिंग की सबसे अधिक जरूरत है, वहां गाड़ियों को भेजा जा रहा है। पुलिस पदाधिकारी संबंधों पर तेल लेकर उसका बिल अपने पास रख रहे हैं। जैसे ही सब कुछ सामान्य होगा उनका भुगतान भी हो जाएगा।