पुलिस में भर्ती करवाने का देते थे झांसा, युवाओं को ठगने वाला असली डीएसपी और उसकी नकली जज पत्नी गिरफ्तार

 


असली डीएसपी और उसकी नकली जज पत्नी गिरफ्तार

पंजाब पुलिस में भर्ती करवाने का झांसा देकर युवाओं से लाखों रुपये ठग चुके डिप्टी जेल सुपरिंटेंडेंट और उसकी फर्जी जज पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस की सीआइए-2 की टीम और थाना मोती नगर की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है।

लुधियाना,  संवाददाता : पंजाब पुलिस में भर्ती करवाने का झांसा देकर युवाओं से लाखों रुपये ठग चुके डिप्टी जेल सुपरिंटेंडेंट (डीएसपी) और उसकी फर्जी जज पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस की सीआइए-2 की टीम और थाना मोती नगर की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। महिला दीप किरण फर्जी जज बन कर युवाओं को भर्ती करवाने के झांसे में फंसाती थी, जबकि मानसा जेल में बतौर डिप्टी सुपरिंटेंडेंट तैनात उसका पति नरपिंदर सिंह ठगी में उसका पूरा सहयोग करता था।

पांच लोगों से करीब 43 लाख रुपये ठगे

दोनों अब तक एक युवती सहित पांच लोगों से करीब 43 लाख रुपये ठग चुके हैं। आरोपित डीएसपी के दो साथियों साहनेवाल के सुखदेव सिंह और मंडी गोबिंदगढ़ के लखविंदर को भी पुलिस ने नामजद किया है। फिलहाल दोनों फरार हैं। पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि बरनाला, तलवंडी साबो (बठिंडा), साहनेवाल (लुधियाना), फरीदकोट और जैतों के पांच लोगों ने दंपती के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत करने वाले चार युवकों से आरोपितों ने आठ-आठ लाख रुपये और एक युवती से 11 लाख रुपये ठगे थे। आरोपित डीएसपी नरपिंदर सिंह मूल रूप से गुरदासपुर जिले के फतेहगढ़ चूड़ियां कस्बे में स्थित मोहन एवेन्यू का रहने वाला है। अभी वह मानसा जेल स्थित क्वार्टर नंबर दो में रह रहा था। उसकी पत्नी दीप किरण लुधियाना के जमालपुर में स्थित सेक्टर-39 की रहने वाली है।

फर्जी हस्ताक्षर भी किये गए थे 

आरोपित दंपती को सोमवार को अदालत ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस ने मोती नगर इलाके से दीप किरण को उस समय गिरफ्तार किया जब वह अपनी कार में सवार होकर कहीं जा रही थी। कार की तलाशी लेने पर उससे पुलिस की तीन वर्दियां भी मिली हैं। एक वर्दी सब इंस्पेक्टर की है और दो कांस्टेबल की हैं। सब इंस्पेक्टर की वर्दी पर श्रेया कपूर नाम की प्लेट लगी थी। श्रेया के बारे में पुलिस को जानकारी नहीं है। दो फर्जी नियुक्ति पत्र भी मिले हैं। इन पर पुलिस अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर भी किए गए हैं। पुलिस में भर्ती करवाने वाले दस फार्म, एक लाख रुपये, सोने का मंगलसूत्र, एक अंगूठी भी पुलिस ने जब्त की है। पूछताछ में दीप किरण ने बताया कि इस काम में डीएसपी पति भी शामिल है। इसके बाद पुलिस ने सेक्टर-39 से नरपिंदर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। वह फार्च्यूनर में सवार होकर घर से निकल रहा था।

दोनों की है दूसरी शादी

दीप किरण और नरपिंदर सिंह की यह दूसरी शादी है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व दोनों ने कपूरथला जिले के एक मंदिर में शादी की थी। शादी के बाद दीप किरण ने लोगों से यह कहना शुरू कर दिया कि वह जज है और उसका पति जेल में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट है। वह आसानी से किसी को भी पंजाब पुलिस में भर्ती करवा सकती है। कई युवा उसके इस झांसे में आ जाते थे।

दीप किरण पर पहले भी दर्ज हैं धोखाधड़ी व अपहरण के दो केस

सीआईए-2 के प्रभारी इंस्पेक्टर बेअंत जुनेजा ने बताया कि दीप किरण के विरुद्ध पहले भी थाना समराला में धोखाधड़ी और अपहरण के दो केस दर्ज हैं। डीएसपी नरपिंदर सिंह का पहली पत्नी के साथ तलाक का केस चल रहा है। पहली पत्नी और बच्चे उससे अलग रहते हैं। दीप किरण ने डीएसपी से शादी जरूर की, पर उसका पहला पति अब भी उसके साथ सेक्टर-39 स्थित कोठी में रहता है।

लुधियाना जेल में हुई थी दोनों की मुलाकात

पुलिस के अनुसार आरोपित दीप किरण ने वकालत की पढ़ाई कर रखी है। पहले वह प्रैक्टिस भी करती रही है। डीएसपी नरपिंदर सिंह पहले लुधियाना जेल में तैनात था। दीप किरण अपने किसी केस में जेल में बंद आरोपित से मिलने जेल जाती रहती थी। वहां दोनों की मुलाकात हुई और बातचीत शुरू हुई। कुछ समय बाद दोनों ने शादी कर ली।