अवैध संबंध के चलते पति की हत्या करने के मामले में पत्नी और उसके जीजा को उम्रकैद

 कोर्ट ने दोषियों पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।


25 मई 2015 को ब्रह्मपुरी एक्स-ब्लॉक गली नंबर-8 में रहने वाले दिलीप शर्मा की उनके ही घर में हत्या कर दी गई थी। मृतक के भाई विनोद की सूचना पर पहुंची न्यू उस्मानपुर थाना पुलिस को दिलीप शर्मा का शव भूतल पर सीढ़ियों के पास पड़ा मिला था।

नई दिल्ली। पांच साल पहले ब्रह्मपुरी में अवैध संबंध के चलते पत्नी ने अपने जीजा का साथ मिल कर पति की हत्या कर दी थी। इस मामले में कड़कड़डूमा कोर्ट ने पत्नी और उसके जीजा को उम्रकैद कैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही दस हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इसके अलावा षड्यंत्र रचने और साक्ष्य मिटाने का दोषी मानते हुए पांच-पांच साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। न्यायाधीश ने दोनों को 2 दिसंबर को दोषी करार देते वक्त आदेश में टिप्पणी करते हुए कहा था कि अवैध संबंध परिवार को तबाह करने के लिए सबसे बड़ा हथियार है। यह पारिवारिक व्यवस्था को नरक बना देता है। यह केस इसका सटीक उदाहरण है।

25 मई, 2015 को ब्रह्मपुरी एक्स-ब्लॉक गली नंबर-8 में रहने वाले दिलीप शर्मा की उनके ही घर में हत्या कर दी गई थी। मृतक के भाई विनोद की सूचना पर पहुंची न्यू उस्मानपुर थाना पुलिस को दिलीप शर्मा का शव भूतल पर सीढ़ियों के पास पड़ा मिला था। उसका मुंह और गला खून से लथपथ था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। जिसमें घर में चोरी या जबरदस्ती किसी बाहरी व्यक्ति के घुसने का कोई साक्ष्य पुलिस को नहीं मिला था।

पुलिस ने पाया था कि दिलीप शर्मा घर की सुरक्षित चारदीवारी में था। वारदात के वक्त उसकी पत्नी शांति शर्मा और तीन बच्चे घर में थे। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी तो पुलिस को पता चला कि मृतक की पत्नी शांति शर्मा का उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के दबिहारी गांव में रहने वाले अपने जीजा सत्येंद्र शर्मा से अवैध संबंध था। गवाहों से पुलिस को शांति और सत्येंद्र के बीच अवैध संबंधों की जानकारी मिली।

मृतक के 11 साल के बेटे ने राज खोला कि सत्येंद्र उनके घर के प्रथम तल पर प्लास्टिक की डिब्बी बनाने का काम करता था। हत्या के दो दिन बाद ही पुलिस ने सत्येंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया था और उसने पूछताछ के दौरान गुनाह कबूल कर लिया कि शांति के साथ मिलकर उसने दिलीप की हत्या की है। इसके बाद शांति को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से वारदात के वक्त पहने कपड़े, तकिये का कवर, चम्मच, बेलन और अंगोछा बरामद कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा।

अंगोछे में खून के धब्बे मिले, जो कि मृतक का था। मारने से पहले दिलीप शर्मा को चूहे मारने वाला जहर दिया गया था, जिसकी शीशी पुलिस ने बरामद की थी। कोर्ट ने आदेश में कहा कि रिश्तेदारों के बयान से स्पष्ट होता है कि दोनों आरोपितों के बीच अवैध संबंध थे। साथ ही कोर्ट ने परिस्थितिजन्य साक्ष्य को दर्ज किया कि दिलीप की मौत सुरक्षित चारदीवारी में हुई थी। उस वक्त घर में शांति और सत्येंद्र थे।