धरना स्थल पर किसानों के शिविरों में घुसा बारिश का पानी, प्रदर्शनकारियों ने कहा- जारी रहेगा आंदोलन

 

दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है।
दिल्ली-यूपी बॉर्डर और दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। कड़ाके की सर्दी और बारिश के बीच किसानों का प्रदर्शन लंबे समय से चल रहा है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम अपने परिवार से दूर खराब मौसम में सड़कों पर रह रहे हैं।

नई दिल्ली, संवाददाता। दिल्ली-यूपी बॉर्डर और दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। कड़ाके की सर्दी और बारिश के बीच किसानों का प्रदर्शन रविवार को भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम अपने परिवार से दूर खराब मौसम में सड़कों पर रह रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार कल हमारी मांगों को मान लेगी। वहीं, चार जनवरी को प्रस्तावित वार्ता से पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार पर टकराव की चेतावनी के जरिए दबाव बढ़ाने की कोशिश की है। चेताया कि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो वे लोहड़ी/ संक्रांति पर 13 जनवरी को देशभर में तीनों कानूनों की होली जलाएंगे। साथ ही 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर के साथ अपनी अलग किसान गणतंत्र परेड'निकालेंगे। 26 जनवरी को ही दिल्ली के बार्डर पर उनके धरने के दो माह हो जाएंगे।

    • धरना दे रहे किसानों के शिविरों में बारिश का पानी घुस गया है। इस बीच किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें मान नहीं लेती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। 
  • सोनीपत के कुंडली बार्डर पर धरने में एक और किसान की मौत हो गई है। मृतक कुलबीर सिंह गोहाना के गंगाना गांव का रहने वाला था। 50 वर्षीय कुलबीर की कुंडली बार्डर पर पारकर माल के नजदीक आंदोलन में हुई मौत। मौत के कारणों का नहीं हो पाया खुलासा, पोस्टमार्टम के लिए शव अस्पताल भिजवाया गया है। इससे पहले भी गोहाना के गांव बरोदा के किसान की भी मौत हो चुकी है। 
  • कुंडली बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का फायदा कुछ असामाजिक तत्व भी उठाने की कोशिश कर रहे हैं। आंदोलन की आड़ में खालिस्तान आंदोलन के अगुवा जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर लहराए जा रहे हैं। मुख्य मंच से करीब डेढ़-दो किलोमीटर पीछे पंजाब से आए ट्रैक्टर के पीछे भिंडरावाले का फोटो लगा हुआ देखा जा सकता है, तो इसी के आसपास में कुछ युवा भी हाथों में पोस्टर लेकर किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करते देखे जा सकते हैं। यहीं पर टेंटों में भी लगे कुछ बैनर पर भिंडरावाले का फोटो लगा है।
  • कृषि कानूनों को लेकर चार जनवरी को प्रस्तावित वार्ता से पहले केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान संगठनों ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे मकर संक्रांति पर 13 जनवरी को देशभर में तीनों कानूनों की होली जलाएंगे। साथ ही 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर के साथ अपनी अलग 'किसान गणतंत्र परेड' निकालेंगे। 26 जनवरी को ही दिल्ली के बार्डर पर उनके धरने के दो माह हो जाएंगे। प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में आंदोलनकारी नेताओं ने बताया कि इस परेड के लिए अभी जगह तय नहीं हुई है। हालांकि इतना जरूर है कि इसके जरिये राजपथ के गणतंत्र दिवस परेड में व्यवधान डालने की कोशिश नहीं होगी।
  • कृषि कानून को लेकर गत दिनों एक निजी टेलीविजन चैनल पर साक्षात्कार के दौरान विवादित बयान देने पर नई दिल्ली जिला पुलिस ने लुधियाना से कांग्रेस के सांसद रवनीत ¨सह बिट्टू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। संसद मार्ग थाने में उनके खिलाफ गैर संज्ञेय अपराध (एनसीआर) की धारा के तहत मुकदमा किया गया है। इसकी जानकारी अदालत को भेज दी गई है। अदालत के निर्देश पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर सकती है। कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर कांग्रेस के नेता जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने एक टीवी चैनल पर विवादित बयान दिया था। सांसद ने साक्षात्कार में लाशों के ढेर लगाने संबंधी बात कही थी।