विषम परिस्थितियों को मंगलमयी बना रहा मंगल फाउंडेशन, कई क्षेत्रों में किए बेहतरीन काम; जानें- कहां से हुई शुरुआत

 


विषम परिस्थितियों को मंगलमयी बना रहा मंगल फाउंडेशन। जागरण
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बिना सरकारी मदद के मंगल यूथ फाउंडेशन आमजन का मददगार बन रहा है। शिक्षा पर्यावरण स्वरोजगार के क्षेत्र में मंगल यूथ फाउंडेशन ने कई बेहतरीन कार्य किए हैं। वे हमेशा ही आमजन की मदद को तत्पर रहते हैं।

शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बिना सरकारी मदद के मंगल यूथ फाउंडेशन आमजन का मददगार बन रहा है। शिक्षा, पर्यावरण, स्वरोजगार के क्षेत्र में मंगल यूथ फाउंडेशन ने कई बेहतरीन कार्य किए हैं। यही नहीं वर्ष 2013 की आपदा से लेकर हर आपदा और महामारी के बुरे दौर में भी मंगल फाउंडेशन आमजन की मदद के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़ा दिखा है।

दरअसल, मंडल फाउंडेशन की शुरुआत उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर मानपुर गांव से हुई। वर्ष 2013 में जब आपदा आई तो मानपुर गांव में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन गांव के युवा विरेंद्र सिंह, दीपक भंडारी, नरेश भट्ट, आकाश नौटियाल, आशीष भट्ट, महेश भट्ट, सौरभ भंडारी ने आपदा में जगह-जगह फंसे यात्रियों और स्थानीयजनों को भोजन देने और उनकी मदद करने की ठानी। पर, इन युवाओं के पास इतनी धनराशि नहीं थी कि वे राशन खरीद पाते। फिर इन युवाओं ने मानपुर, किशनपुर गांव में घर-घर जाकर राशन एकत्र किया और यात्रियों व आमजन की मदद करने के लिए चल पड़े।

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गंगोरी से आगे कोई भी रास्ता नहीं था तो ये युवा जंगल के रास्ते होते हुए डिडसारी तक पहुंचे। जरूरतमंदों को राशन दिया। जगह-जगह फंसे यात्रियों तक भोजन पहुंचाया और उन्हें बाहर निकाला। इस आपदा में आमजन की मदद करने के बाद ये युवा घर लौटे तो एक ऐसा संगठन बनाने की ठान डाली, जो विषम परिस्थितियों में जीवनयापन करने वाले आमजन के जीवन को मंगलमयी बना सके।

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इसी उद्देश्य को लेकर मंगल फाउंडेशन का गठन हुआ, जो आज गांव-गांव में फैल गया है। देहरादून के चकराता, उत्तरकाशी जनपद के नौगांव, पुरोला और मोरी ब्लाक में भी मंगल फाउंडेशन का गठन हो गया है। हाल के दिनों में आई आपदा में मंगल यूथ फाउंडेशन ने ग्रामीण क्षेत्रों में पैदल रास्तों का निर्माण किया। साथ सड़क की बंद नालियों को भी श्रमदान करके खोला।

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राष्ट्रीय स्तर पर किया फाउंडेशन का पंजीकरण

जन सेवा के उद्देश्य से बने मंगल फाउंडेशन से लगातार युवा जुड़ रहे हैं। इस फाउंडेशन के पास आर्थिक संसाधन भले ही कम हैं, लेकिन आमजन की सेवा करने का जो जज्बा है, वह बेहद ही उम्दा है। समाजसेवा, पर्यावरण संरक्षण, रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए 2019 में मंगल फाउंडेशन का राष्ट्रीय स्तर पर पंजीकरण किया गया है।

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पर्यावरण का मंगल

मंगल फाउंडेशन भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक पांच हजार से अधिक पौधों का रोपण कर चुका है। इसके साथ ही मंगल फाउंडेशन बीज बम अभियान में भी शामिल हुआ है। पौधा रोपण और बीज बम अभियान के तहत हरुनता बुग्याल, सौड़ बुग्याल में बीज बम फेंक तथा पौध रोपण किया हैं।

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तकनीकी शिक्षा पर जोर

फाउंडेशन ने मानपुर में महिलाओं और बच्चों के लिए निशुल्क कंप्यूटर शिक्षा केंद्र भी खोला है, जिसमें हर दिन गांव की महिलाएं और बच्चे कंप्यूटर सीखने आते हैं। इसके साथ बच्चों को निशुल्क रुप से मंगल फाउंडेशन के स्वयं सेवक प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ट्यूशन देते हैं।

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भारतीय सेना में भर्ती हुए 14 युवा

पहाड़ों में युवाओं का भारतीय आर्मी के प्रति जज्बा देखते हुए मंगल यूथ फाउंडेशन ने 2019 में भर्ती की तैयारी शुरू करवाई, जिसमें फाउंडेशन से जुड़े सेवानिवृत एनएसजी कमांडो जसवंत रावत, सेवानिवृत एनएसजी कमांडो अमित, सेवानृवित हिमवीर भूपेंद्र सिंह राणा और पूर्व सैनिक रमेश राणा ने युवाओं को निशुल्क शारीरिक प्रशिक्षण दिया। इसके साथ लिखित परीक्षा के लिए कोचिंग कैंप भी संचालित किया। इस वर्ष मंगल फाउंडेशन से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 14 युवाओं का चयन भारतीय सेना के लिए हुआ है। अभी निरंतर निशुल्क प्रशिक्षण चल रहा है।

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कोरोना काल में भी बना मददगार

कोरोना काल में भी इसने अहम भूमिका निभाई है। कोरोना काल में मंगल यूथ फाउंडेशन ने भटवाड़ी ब्लॉक के कई गांव में जरूरतमंद परिवारों तक निशुल्क राशन सामग्री, मास्क, सैनिटाइजर और दवाई वितरित की गई। इसके साथ ही मंगल यूथ फाउंडेशन की ओर से ग्रामीण मेलों में सहयोग, स्वछता अभियान और युवाओं को नशे से बचाने के लिए नशा मुक्ति अभियान भी चलाया जा रहा है। मंगल यूथ फाउंडेशन महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए भी विभिन्न विषयों पर कार्य कर रहा है। इसके साथ उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन जन मंच की सदस्यता लेकर मंच के साथ मिल कर कई गतिविधियां भी कर रहा है।

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ब्लाक स्तर पर हो चुका है फाउंडेशन का गठन

फाउंडेशन के संस्थापक विरेंद्र सिंह ने बताया कि उत्तरकाशी मानपुर में मंगल फाउंडेशन के अध्यक्ष दीपक भंडारी हैं, जबकि ट्रस्टी अशीष भट्ट और सौरभ भंडारी हैं। यहां फाउंडेश से 40 से अधिक युवा जुड़े हुए हैं। पुरोला में अध्यक्ष नितिश सरियाल है, पुरोला में 50 से अधिक युवा फाउंडेशन से जुड़े हुए हैं।

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मोरी में फाउंडेशन का अध्यक्ष आदित्य राणा हैं। मोरी में भी 50 से अधिक सदस्य जुड़े हुए हैं। चकराता में फाउंडेशन के अध्यक्ष अभिषेक असवाल हैं और 50 से अधिक युवा फाउंडेशन के सदस्य हैं। इसी तरह से नौगांव में रोहित बिजल्वाण फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं तथा 50 से इधिक युवा फाउंडेशन के सदस्य हैं। ये निरंतर पर्यावरण, शैक्षिक और समाज सेवा की गतिविधियों में लगे हुए हैं।