सुरंग में रेल खराब हुई तो पैदल पथ से स्टेशन पहुंचेंगे यात्री, कुछ इस प्रकार रहेगी व्‍यवस्‍था

 

Rapid Rail Meerut मेरठ में सुदर्शन मशीन द्वारा रैपिड रेल के लिए सुरंग बनाने का काम शुरू हो गया है।

Rapid Rail Meerut Latest News मेरठ में रैपिड रेल प्रोजेक्ट पर तेजी के साथ काम चल रहा है। रैपिड रेल के लिए बनाए जाने वाली दोनों सुरंगों में 60 से 90 सेमी चौड़े पैदल पथ बनाए जाएंगे।दोनों सुरंगों में आने-जाने को हर 250 मीटर पर रहेगा रास्ता।

मेरठ, संवाददाता। Meerut Rapid Rail News मेरठ में रैपिड रेल के लिए तेजी के साथ चल रहा है काम, लेकिन रेल भी एक मशीन ही है, यदि कभी किसी वजह से रेल सुरंग के अंदर खराब हो जाए तो क्या होगा। इस तरह के प्रश्न और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही व्यवस्था की जा रही है। 60 सेमी-90 सेमी चौड़ा वाक-वे यानी पैदल यात्री पथ भी सुरंग के निर्माण के साथ ही बना लिया जाएगा। पहली बात तो यह है कि प्रतिदिन सभी रेल की उसके वर्कशाप में जांच होगी, तभी उसे रवाना किया जाएगा। फिर भी यदि सुरंग में रेल खराब हो जाती है तो दोनों सुरंग में पैदल पथ से यात्री स्टेशन तक पहुंचाए जाएंगे।

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ये परेशानी भी सामने आ सकती है

दूसरी आशंका भी रहती है कि यदि जिस सुरंग में रेल खराब हुई और उसी सुरंग में बाहर निकलने में भी परेशानी आ रही है तो यात्रियों को दूसरी सुरंग में ले जाया जाएगा। चूंकि दोनों सुरंग के बीच 16 मीटर का फासला है इसलिए दोनों सुरंग में एक-दूसरे की तरफ जाने के लिए हर 250 मीटर के बाद क्रास रास्ते बनाए जाएंगे। सुरंग में कोई भी यात्री या मेंटीनेंस में लगे कर्मी हवा की कमी न अनुभव करें, इसके लिए वेंटिलेशन शाफ्ट भी बनाए जाएंगे। शहर के अंदर 3.50 किमी लंबी दो जुड़वां सुरंग बनाई जाएंगी। दोनों के बीच 16 मीटर का फासला होगा। जमीन से 17-20 मीटर नीचे स्थित सुरंग से होकर रेल रफ्तार भरेगी।

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सुदर्शन ने दिखाई ताकत... तड़ाक-तड़ाक गूंजा भैंसाली

मेरठ : घर्र-घर्र की तेज आवाज के बीच जैसे ही तड़ाक-तड़ाक की आवाज आई इंजीनियरों के चेहरे सुकून से खिल उठे। भैंसाली में खड़े श्रमिक और अन्य स्टाफ के कानों तक दीवार टूटने की आवाज पहुंची तो वे सुदर्शन के पहले दिन की ताकत के प्रदर्शन पर उछल पड़े। टनल खोदने वाली मशीन सुदर्शन ने 1.50 मीटर मोटी डी-वाल को तोडऩे की शुरुआत जो कर दी थी। यह डीवाल यानी बाहरी दीवार बेहद मजबूत होती है।

सभी पुर्जे जोड़कर तैयार

यह डीवाल भूमिगत स्टेशन के लिए बनाई जाती है। इसी डीवाल से सटाकर सभी पुर्जे जोड़कर पूरी मशीन तैयार की गई थी। डीवाल में 6.50 मीटर गोलाई में सुराख करके उसमें मशीन के पुर्जे सेट किए गए थे। मशीन जब शुरू की गई तो सबसे पहले उसे इसी दीवार को तोडऩे की परीक्षा देनी थी। 17 मीटर नीचे शाफ्ट में खड़ी मशीन दीवार तोड़ते हुए अब मिट्टी वाले हिस्से में बढ़ेगी। यह मशीन भैंसाली से मेट्रो प्लाजा तक सुरंग की खोदाई करते हुए उसका निर्माण करती जाएगी। इस सुरंग की लंबाई 1.84 किमी ह

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