कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा और उनका सशक्तिकरण हमारी राष्ट्रीय नहीं बल्कि संवैधानिक जिम्मेदारी भी है: नकवी

 

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर कहा

जम्मू-कश्मीर में लगातार कश्मीरी पंडितों पर हो रहे हमलों के बीच केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बड़ा बयान सामने आया है उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा और उनका सशक्तिकरण हमारी राष्ट्रीय नहीं बल्कि संवैधानिक जिम्मेदारी भी है।

नई दिल्ली, एएनआइ। विवेक अग्निहोत्री की निर्देशित 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म के बाद से, हजारों की तादाद में मारे गए कश्मीरी पंडितो पर आज पूरा देश बात कर रहा है। वहीं इस बीच कुछ दिनों पहले एक कश्मीरी पंडित और सरकारी कर्मचारी राहुल भट की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसपर एक बार फिर सियासत गर्म है। राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी जोरों-शोरों से हो रही है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का भी बयान सामने आया है।

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर बात करते हुए ने कहा, 'जहां तक कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण की बात है, तो यह न हमारी केवल राष्ट्रीय जिम्मेदारी है बल्कि संवैधानिक जिम्मेदारी भी है। वह हम कर रहे हैं।' उन्होंने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो चीज उन्होंने नहीं की थी, उसे हम करने की कोशिश कर रहे हैं।

इससे पहले जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर लगातार हो रहे हमलो की निंदा करते हुए सोमवार को, केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा था, 'कुछ लोग कश्मीर के विकास से आंदोलित हैं। वे कश्मीर की प्रगति नहीं देख सकते हैं और इसलिए वे घाटी की शांति भंग कर रहे हैं।'

आपको बता दें कि 12 मई को जम्मू-कश्मीर के चदूरा में आतंकवादियों द्वारा मारे गए कश्मीरी पंडित राहुल भट के कारण देश भर में तनाव बढ़ गया है। यह इस वर्ष की घाटी में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हुई यह तीसरी घटना है।

PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा

वहीं इस पूरे मामले पर पुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को बड़ी बात कही। उन्होंने विवेक अग्निहोत्री की निर्देशित 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म को जम्मू-कश्मीर में फैली अशांति का जिम्मेदार ठहरा दिया है। मुफ्ती ने कहा कि फिल्म की वजह से जम्मू-कश्मीर में हिंसा की घटना बढ़ी है। उन्होंने कहा कि 2016 में चरम अशांति के दौरान, कोई हत्या नहीं हुई थी, लेकिन कश्मीर फाइल्स फिल्म की वजह से फिर से हिंसा शुरू हो गई ह

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