पार्टनर बनाने के नाम पर ठगे 16 लाख, पैसे वापस मांगने पर दिया फर्जी हस्ताक्षरित चेक

 

आरोपितों की पहचान सैनिक फार्म निवासी रुचि खोसला व उनके पति विक्रम खोसला के रूप में हुई है।

कंपनी चलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। एक दंपती पर 16 लाख की धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है।पीड़ित ने कहा कि दंपती ने एक कंपनी में पार्टनरशिप के नाम पर उनसे 16 लाख वसूल लिए और जब कंपनी चलने लगी तो बाहर कर दिया।

नई दिल्ली। नेब सराय इलाके में एक व्यक्ति ने एक दंपती पर 16 लाख की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। पीड़ित का आरोप है कि दंपती ने एक कंपनी में पार्टनरशिप के नाम पर उनसे 16 लाख वसूल लिए और जब कंपनी अच्छी स्थिति में चलने लगी तो पीड़ित को कंपनी से बाहर कर दिया। इसके लिए आरोपितों ने पीड़ित को पांच लाख रुपए भरपाई के तौर पर देने को कहा था, लेकिन कई बार पीड़ित को दौड़ाने के बाद आरोपितों ने वह भी भुगतान करने से मना कर दिया। आरोपितों की पहचान सैनिक फार्म निवासी रुचि खोसला व उनके पति विक्रम खोसला के रूप में हुई है।पीड़ित पहले से ही आरोपितों द्वारा कोई जानकारी न देने की वजह से परेशान थे, इसलिए वे इसके लिए मान गए। आरोपितों ने जनवरी, 2018 के अंत तक उन्हें पांच लाख देने का आश्वासन दिया। लेकिन पीड़ित जब भी पैसे लेने के लिए गए तो आरोपितों एक नया बहाना बनाकर उन्हें वापस भेज दिया। इसके बाद चार फरवरी, 2018 को पीड़ित टिट्टो पैसे लेने के लिए आरोपित विक्रम खोसला के घर गए तो आरोपित ने उनसे मिलने से मना कर दिया। इस दौरान आरोपित की पत्नी रुचि खोसला ने आरोपित विक्रम तबियत खराब होने की बात कहकर बाद में आने को कहा, लेकिन पीड़ित अपने पैसे ले जाने की बात पर अड़ गए। यह देख रुचि ने एक चेक पर फर्जी हस्ताक्षर (स्पेलिंग मिस्टेक) करके पीड़ित को दे दिया।

इसके बाद पीड़ित पांच फरवरी, 2018 को फिर से आरोपितों के बाद आए तो रुचि ने दूसरा चेक बनाकर उन्हें दिया लेकिन करीब एक महीने तक चेक को न जमा करने की बात कहती रही। इसके बाद आरोपितों ने पीड़ित का फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद जब पीड़ित ने 11 अप्रैल, 2018 को चेक को बैंक में जमा किया तो इस बार भी रुचि का हस्ताक्षर फर्जी निकला। इसके बाद आरोपितों को पीड़ित ने साकेत कोर्ट से लीगल नोटिस भिजवाई। मामला कोर्ट में आने के बाद पता चला कि संबंधित खाते की अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता रुचि थी ही नहीं। इसके बाद पीड़ित ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।