पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दिल्ली से एक रिश्ता ऐसा भी, 2001 में भारत आकर हुए थे भावुक

Pervez Musharraf:पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ का दिल्ली से एक रिश्ता ऐसा भी, 2001 में भारत आकर हुए थे भावुक

Pervez Musharraf News Update पुरानी दिल्ली में 1943 में जन्में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशरर्फ का बचपन चार साल तक यहीं पर बीता है। आज भी उनकी पुस्तैनी हवेली है और उसमें कई परिवार रहते हैं।

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Pervez Musharraf News : पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ बीमार हैं और उनकी हालत बेहद नाजुक है। इस बीच परिवार की ओर से भी कहा गया है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की हालत बेहद नाजुक है और रिकवरी बहुत मुश्किल है। इस बीच क्या आप जानते हैं कि दिल्ली से भी पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ का एक गहरा रिश्ता रहा है।

11 अगस्त, 1943 को पुरानी दिल्ली में जन्मे परवेज मुशरर्फ का बचपन यहीं पर बीता है। पुरानी दिल्ली में आज भी उनकी पुस्तैनी हवेली है, लेकिन बेहद जर्जर हालत में। वर्ष 2001 में बतौर राष्ट्रपति भारत दौरे पर आए परवेज मुशर्रफ दौरे के पहले दिन ही पुरानी दिल्ली के उस मकान (हवेली) का दीदार किया था, जहां उनका बचपन गुजरा था।

चार साल की उम्र में छोड़ा था भारत

भारत के दो टुकड़े हुए तो पाकिस्तान बन गया। इसके बाद यानी विभाजन के बाद परवेज मुशर्रफ के परिवार ने पाकिस्तान जाने का फैसला किया। पूरा परिवार ही पुरानी दिल्ली के उस हवेली को छोड़कर पाकिस्तान चला गया। उस समय मुशर्रफ सिर्फ चार साल के थे और उन्हें उस जगह की धुंथली-धुंधली यादें ही बची हैं। बावजूद इसके पुरानी दिल्ली की उस गली में आकर परवेज मुशर्रफ बेहद भावुक हो गए थे।

हवेली में रहते हैं कई परिवार

पुरानी दिल्ली में रहने वाले बुजुर्गों के मुताबिक, मुशर्रफ परवेज आजादी से पहले परिवार के साथ रहते थे। इसके साथ ही वह पुरानी दिल्ली के जानेमाने परिवार से ताल्लुक रखते थे। अब उस हवेलीनुमा घर में कई परिवार रहते हैं।

मुशर्रफ का जन्म जिस हवेली में हुआ, वह दिल्ली के दरियागंज में स्थित है। वह जर्जर हालत में, लेकिन आसपास रहने वाले लोग बात करने पर मुशर्रफ का जिक्र करो तो बुजुर्ग जरूर कुछ न कुछ जानकारी दे देते हैं। बहरहाल अब कोई भी नहीं बचा है तो परवेज मुशर्रफ के परिवार के बारे में विस्तार से बता सके।

परवेज मुशर्रफ के पिता सैयद मुशर्रफुद्दीन ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (उत्तर प्रदेश) से ग्रेजुएट किया था। वह  भारत में सिविल सर्विसेज में रहे, लेकिन 1947 में बंटवारे के बाद वह पाकिस्तान सिविल सर्विसेज़ के साथ जुड़ गए। 1920 में जन्मीं परवेज मुशर्रफ की मां जरीन लखनऊ में पली बढ़ीं थीं। मुशर्रफ की मां जरीन दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंद्रप्रस्थ कालेज से ग्रेजुएट थीं। इसके बाद 1944 में जरीन ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी।

सख्त मिजाज के मशहूर परवेज मुशर्रफ ने 1999 में नवाज शरीफ की लोकतांत्रिक सरकार का तख्ता पलट किया था। इसके बाद हालात को बेकाबू बताते हुए पाकिस्तान की बागडोर संभाल ली। फिर 20 जून, 2001 से 18 अगस्त 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। इस दौरान वह राष्ट्रपति कम और खुद सैन्य तानाशाह के रूप में अधिक दिखाया। इसी यह असर हुआ कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी से परवेज मुशर्रफ के दौरे में बात तो हुई, लेकिन बातचीत बिगड़ गई।

दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध के दौरान परवेज मुशर्रफ चर्चा में आए, क्योंकि उस दौरान मुशर्रफ ही पाकिस्तान के सेना-प्रमुख थे। बावजूद इसके पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारते हुए रिश्तों को नए आयाम तक पहुंचाया, लेकिन परवेज मुशर्रफ ही अटल बिहारी का साथ देने में पीछे हट गए थे।

यहां पर बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की फिलहाल हालत बेहद नाजुक है। परवेज मुशर्रफ दुबई में हैं और वहीं पर उनका इलाज जारी है। परवेज मुशर्रफ के निधन की ख़बरें भी आईं हैं, लेकिन  परिवार ने इसका खंडन करते हुए कहा कि परवेज मुशर्रफ की हालत नाजुक है और बेहद गंभीर हैं।

परिवार ने यह भी कहा है कि मुशर्रफ वेंटिलेटर पर नहीं हैं, लेकिन बेहद नाजुक हालत से गुजर रहे हैं। ऐसा लगता है कि अब उनका ठीक होना संभव नहीं है, क्योंकि उनके शरीर के कई अंग खराब हो रहे हैं।