फारेंसिक टीम ने दिल्ली पुलिस को भेजी डीएनए रिपोर्ट, 27 में से 8 शवों की पहचान

 

Delhi Mundka Fire: दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी के अनुसार, इमारत में अग्नि सुरक्षा प्रोटोकॉल नहीं था।प्रतीकात्मक तस्वीर।

Delhi Mundka Fire दिल्ली के मुंडका में एक कार्यालय की इमारत में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई थी। चार मंजिला इमारत का इस्तेमाल कई कंपनियों के लिए ऑफिस स्पेस के रूप में किया जा रहा था।

नई दिल्ली, एएनआइ। Delhi Mundka Fire: मुंडका अग्निकांड में 27 लोगों की मौत की मामले में फोरेंसिक लैब को भेजे गए नमूने में 8 शवों की पहचान कर ली गई है। घटना के बाद से लापता लोगों के स्वजन की निगाह रोहिणी स्थित फोरेंसिक लैब पर टिकी हुई थी। फॉरेंसिक साइंस एंड लेबोरेटरी टीम ने नमूनों का डीएनए प्रोफाइल बनाने के बाद 8 शवों की पहचान कर ली है।

बता दें कि 13 मई को दिल्ली के मुंडका में एक कार्यालय की इमारत में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई थी। चार मंजिला इमारत का इस्तेमाल कई कंपनियों के लिए ऑफिस स्पेस के रूप में किया जा रहा था। दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी के अनुसार, इमारत में अग्नि सुरक्षा प्रोटोकॉल नहीं था।  मामले में पुलिस के अनुसार, रक्त संबंधियों से 26 व्यक्तियों के डीएनए नमूने एकत्र किए गए थे। फिलहाल, 27 शवों में से 8 की पहचान कर ली गई है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि शेष शवों के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग की गई।  डीएनए रिपोर्ट आने के बाद पहचान करना संभव हो सकेगा।

वहीं, मुंडका अग्निकांड में 27 लोगों की जान जाने के बाद शुरु हुए विशेष सर्वे में निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। सर्वे के मुताबिक बड़ी मात्रा में रिहायशी से लेकर औद्योगिक क्षेत्रों में फैक्ट्रियां और रेस्तरां बिना अग्निशमन के अनापत्ति प्रमाण पत्र (फायर एनओसी) के बिना चल रहे हैं। जिसके बाद निगम कार्रवाई के लिए नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। निगम के सर्वे के मुताबिक 286 ईकाइयों का सर्वे हुआ इसमें से 126 बिना लाइसेंस या फायर एनओसी संचालन पाया गया था।