30 देशों में फैला मंकीपाक्स, सांस की बूंदों से भी फैल सकता है यह वायरस, डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि अब तक दुनिया के 30 देशों में मंकीपाक्स फैल चुका है।

दुनिया में मंकीपाक्‍स का प्रसार जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation WHO) ने कहा कि अब तक दुनिया के 30 देशों में मंकीपाक्स फैल चुका है। ताजा बयान के मुताबिक अधिकांश देशों में मामले स्‍थानिक (endemic) नहीं हैं।

जेनेवा/वाशिंगटन, आइएएनएस। दुनिया में मंकीपाक्‍स का प्रसार जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation, WHO) ने कहा कि 27 देशों से मंकीपाक्स के 780 पुष्ट मामलों की सूचना मिली है जो वायरस के लिए स्थानिक (Endemic) नहीं हैं। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक यह वायरस अब तक दुनिया के 30 देशों में मंकीपाक्स फैल चुका है। वहीं अमेरिका के रोग नियंत्रण केंद्र (Centers for Disease Control, CDC) का कहना है कि मंकीपाक्स ने दुनिया भर में 700 से अधिक लोगों को संक्रमित किया है, जिसमें अमेरिका के 21 लोग भी शामिल हWHO के मुताबिक यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ त्वचा से त्वचा के संपर्क के माध्यम से फैल सकता है। यह शरीर के तरल पदार्थ, दूषित चादर और कपड़ों से फैल सकता है। कदाचित यदि किसी संक्रमित व्यक्ति के मुंह में घाव हैं तो यह वायरस सांस की बूंदों से भी फैल सकता है। डब्‍ल्‍यूएचओ का कहना है कि अब तक नमूनों की जांच में वायरस के पश्चिम अफ्रीकी समूह की पहचान की गई है। अधिकांश संक्रमितों ने पश्चिम या मध्य अफ्रीका के बजाय यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देशों की यात्रा की सूचना दी है।

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने अपने बयान में कहा कि उन व्यक्तियों में मंकीपाक्स की पुष्टि जिन्‍होंने किसी स्थानिक क्षेत्र (Endemic Aerea) या देश की यात्रा नहीं की है, असामान्य घटना है। एक गैर-स्थानिक देश (Non-Endemic) में मंकीपाक्स के वायरस का पाया जाना प्रकोप (Outbreak) के खतरे की ओर इशारा करता है। डब्ल्यूएचओ ने पाया है कि गैर-स्थानिक (Non-Endemic) देशों में एक साथ मंकीपाक्स के मामलों की अचानक और अप्रत्याशित उपस्थिति दर्शाती है कि अज्ञात अवधि के लिए इस वायरस का अनिर्धारित संचरण या प्रसार  (undetected transmission) हो सकता है।