अगर कोई भी संक्रमण का खतरा होता है तो मानव शरीर स्वयं आगाह करता है। यह भी उल्लेखनीय है कि मोटापा और ज्यादा बाडी मास इंडेक्स वालों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए विज्ञानियों ने करीब 1400 लोगों के स्वास्थ्य का सर्वेक्षण किया।
न्यूयार्क, आइएएनएस। क्या आपको किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी है? यदि हां तो आपको कोरोना संक्रमण का खतरा 50 प्रतिशत तक कम संभव है। विज्ञानियों ने हाल में ही एक शोध में यह दावा किया है। अमेरिका स्थित नेशनल जेविस हेल्थ एंड वैन्डरबिल्ट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि टाइप टू साइटोकिन्स के कारण फूड एलर्जी के मरीज में एक अलग प्रकार का इन्फ्लेमेशन होता है। यह कोरोना संक्रमण से बचाव में मददगार होता है।
मुख्य विज्ञानी मैक्स ए. सीबोल्ड ने बताया कि फूड एलर्जी से पीडि़त होने के कारण मरीजों की संवेदनशीलता काफी अधिक होती है। अगर कोई भी संक्रमण का खतरा होता है तो मानव शरीर स्वयं आगाह करता है। यह भी उल्लेखनीय है कि मोटापा और ज्यादा बाडी मास इंडेक्स वालों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। जर्नल आफ एलर्जी एंड क्लीनिकल इम्यूनोलाजी के मुताबिक, अस्थमा से पीडि़त लोगों को भी संक्रमण का खतरा कम होता है।
शोध के निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए विज्ञानियों ने करीब 1400 लोगों के स्वास्थ्य का सर्वेक्षण किया। टीम ने पाया कि 12 वर्ष या इससे कम आयु के बच्चों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। हालांकि जांच में पता चला कि इनमें 75 प्रतिशत बच्चे लक्षणहीन थे। वहीं 59 प्रतिशत किशोर और 38 प्रतिशत वयस्क भी लक्षणहीन पाए गए। टीम के अनुसार बच्चों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। उनकी अधिक देखभाल की जरूरत होती है, क्योंकि लक्षणहीन होने के कारण घरेलू संक्रमण प्रसार का खतरा भी अधिक होता है।