देश में कब से चलेगी पहली बुलेट ट्रेन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताई डेट

 

देश की पहली बुलेट ट्रेन के संचालन को लेकर रेल मंत्री ने दी जानकारी (फाइल फोटो)

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि उन्हें यकीन है कि 2026 तक गुजरात के सूरत और बिलिमोरा के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन चलाने के लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अच्छी प्रगति हुई है।

नई दिल्ली, एजेंसी। बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पहली बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलाने का प्रस्ताव है। लोगों को इसका बेसब्री से इंतजार है लेकिन इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि उन्हें यकीन है कि 2026 तक गुजरात के सूरत और बिलिमोरा के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन चलाने के लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अच्छी प्रगति हुई है।

90 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हो चुका

बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए जरूरी 90 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। वह सरकार की महत्वाकांक्षी अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना की समीक्षा करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन के लिए बुनियादी ढांचों के निर्माण में बेहतर प्रगति हुई है। इस परियोजना पर काम बहुत तेजी से चल रहा है। रेल मंत्री ने कहा कि 2026 तक पहली बुलेट ट्रेन चलाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए काम हो रहा है और उन्हें पूरा भरोसा है कि इस लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। बता दें कि बिलिमोरा दक्षिण गुजरात के नवसारी जिले का शहर है।

320 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलेंगी

अहमदाबाद और मुंबई के बीच 508 किलोमीटर की दूरी है। इस पर हाई स्पीड रेल कारिडोर का निर्माण किया जा रहा है, जिस पर 320 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलेंगी। बुलेट ट्रेन शुरू होने के बाद दोनों महानगरों के बीच ट्रेन यात्रा में लगने वाला समय छह घंटे से घटकर तीन घंटे रह जाएगा। परियोजना के लिए 1,260.76 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण इस परियोजना के क्रियान्वयन के लिए बनाई गई कंपनी नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने सोमवार को कहा कि इस परियोजना के लिए 1,396 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है, जिसमें से पांच जून तक 1,260.76 हेक्टेयर (90.31 प्रतिशत) जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। कंपनी ने बताया कि गुजरात में परियोजना के लिए आवश्यक 98.79 प्रतिशत जमीन का और महाराष्ट्र में 71.49 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हुआ है। दादरा और नगर हवेली को कवर करने के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है।