UP Politics उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि जब जब योगी सरकार का बुलडोजर इन अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर गरजता है तो अखिलेश इनके समर्थन में आ जाते हैं क्योंकि इनका वोट बैंक यही लोग रहे हैं।
UP Latest News: लखनऊ, जेएनएन। प्रयागराज और कानपुर में एक तरफ पत्थरबाजों की अवैध संपत्तियों पर योगी सरकार ने बुल्डोजर चलाया तो दूसरी तरफ इस पर राजनीति शुरू हो गई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाए तो इसके जवाब में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पलटवार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को पत्थरबाजों और आतंकियों में हमेशा से ही शांतिदूत नजर आते हैं। वाराणसी, अयोध्या और लखनऊ में भी कुछ साल पहले जब आतंकियों ने बम ब्लास्ट कर कई बेगुनाहों की जान ली थी तब उन कथित शांति दूतों की पैरवी के लिए सपा हाई कोर्ट तक चली गईं थी।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि वाराणसी बम कांड का आरोपी जिसे हाल में कोर्ट ने सजा सुनाई वह भी सपा के लिए शांति दूत ही था। तभी तो उसकी पैरवी के लिए हाई कोर्ट तक गए थे। आपको तो हाई कोर्ट की वह तल्ख टिप्प्णी याद नहीं होगी या याद नहीं करना चाहेंगे। कोर्ट ने कहा था कि आज आप जिनकी पैरवी कर रहे कल क्या उनको पद्मभूषण से नवाजेंगे? तब भी सपा की फजीहत हुई थी। अब पत्थरबाजों के सपोर्ट के लिए हो रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने अपने कार्यकाल में सिर्फ दंगा और दंगाइयों का समर्थन किया हो वो आज इंसाफ की बात करते हैं। हमारी सरकार में दंगाइयों के लिए कोई जगह नहीं है। हमारी सरकार अपराध के प्रति जीरो टालरेंस नीति के तहत काम कर रही है और ऐसे पत्थरबाजों को किसी भी हालत में बख्शेगी नहीं।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश को पता है समाजवादी पार्टी हमेशा से इन दंगाइयों की रहनुमा ही रही है। तुष्टीकरण की इसी राष्ट्रघाती राजनीति के कारण हाल के वर्षों में पंचायत से लेकर देश की सबसे बड़ी पंचायत के चुनाव में सपा को मुंह की खानी पड़ी है। अखिलेश जी योगी सरकार जो कर रही है वह कानून के मुकम्मल बुनियादी पर कर रही है। चूंकि आपके राजनीति की बुनियाद ही तुष्टीकरण है लिहाजा आपको कुछ दिखेगा ही नहीं।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि ये कोई पहली बार नहीं है जब अखिलेश यादव ने दंगाइयों और पत्थरबाजों की पैरवी की हो, जब जब योगी सरकार का बुलडोजर इन अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर गरजता है तो अखिलेश इनके समर्थन में आ जाते हैं, क्यूंकि इनका वोट बैंक यही लोग रहे हैं, अगर ये इनके समर्थन में नहीं उतरेंगे तो इनकी राजनीति कैसे चमकेगी। अब तो लोग भी कहने लगे हैं कि 'सपा का हाथ पत्थरबाजों के साथ '।