Kanpur Violence Case कानपुर पुलिस ने तीन जून की घटना में शामिल रहे पत्थरबाजों के फोटो लगाकर पोस्टर जारी किया तो इसपर प्रतिक्रिया भी आने लगी। एक ने कहा है कि पकड़-पकड़ कर हवालात में ठेले जाएंगे दंगा करने वाले अब तो बल भर रेले जाएंगे।
कानपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कानपुर में बीते शुक्रवार को मौजूदगी के दौरान उपद्रव तथा हिंसा के मामले में पुलिस कारण तलाशने के साथ ही पत्थरबाजी करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बेकनगंज थाना क्षेत्र की इस घटना को लेकर एसआइटी गठित की गई है, इसके साथ ही इसमें टेरर फंडिंग की भी जांच की जा रही है। बेकनगंज थाना ने इस दौरान 40 पत्थरबाजों की फोटो भी होर्डिंग पर लगा दी है। शहर में इसके पोस्टर भी लगाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश शासन के गृह विभाग के निर्देश पर नई सड़क और दादा मियां का हाता में शुक्रवार को हुए उपद्रव की एसआईटी यानी विशेष जांच दल ने जांच शुरू कर दी है। एसआईटी के अध्यक्ष डीसीपी दक्षिण संजीव कुमार त्यागी ने सोमवार को पैदल उपद्रव प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस के साथ लोगों से घटना के दिन की जानकारी ली कि किस समय क्या-क्या हुआ था।
इस दौरान उनको बताया गया कि तलाक महल रोड पर भीड़ आई थी। यहां पर एक दुकान के बाहर उन्हें सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ दिखाई पड़ा जब उन्होंने दुकानदार के बारे में जानकारी की और उससे बुलाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि घटना वाले दिन उसका सीसीटीवी कैमरा बंद था। इस पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई और दुकानदार को डीवीआर के साथ तलब किया है। उन्होंने कहा कि अगर डीवीआर के साथ छेड़छाड़ की गई होगी तो दुकानदार के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।