दिल्ली-यूपी, हरियाणा और राजस्थान में कब शुरू होगी प्री-मानसून की बारिश, नोट करें तारीख

 

Monsoon 2022 News Update: यूपी-दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में कब शुरू होगी प्री-मानसून की बारिश, नोट करें तारीख

Delhi Monsoon 2022 दिल्ली-एनसीआर में आगामी 48-96 घंटे के दौरान प्री-मानसून की गतिविधि शुरू होने के बाद भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं। दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में शुुक्रवार को मौसम का मिजाज भी बदल सकता है।

नई दिल्ली,  डिजिटल डेस्क। दिल्ली-एनसीआर समेत समूचा उत्तर भारत पिछले कुछ दिनों से तेज धूप, भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। आलम यह है कि लू की चपेट में आकर बड़ी संख्या में लोग अस्पताल जाने के लिए मजबूर हैं। इस बीच राहत की खबर यह है कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत के प्रमुख राज्यों में अगले 48-96 घंटे के अंतराल में प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू होने के आसार हैं। इससे गर्मी और लू से कुछ हद तक राहत मिलेगी, लेकिन उमस भरी गर्मी शुरू हो सकती है।वहीं, राजधानी दिल्ली में शुक्रवार तक अधिकतम तापमान 40-41 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। मानसून के 15 जून तक पूर्वी भारत में आने की उम्मीद के साथ, पूर्वी हवाएं नमी लाएंगी और उत्तर-पश्चिम भारत में प्री-मानसून गतिविधि को तेज करेंगी।

महेश पलावत ने कहा कि मानसून के दिल्ली में सामान्य तारीख 27-28 जून के आसपास पहुंचने की संभावना है और ऐसा कोई सिस्टम नजर नहीं आ रहा है जो इसकी प्रगति को रोक सके। उन्होंने कहा कि एक या दो सप्ताह में स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी।

पिछले साल भी मौसम विभाग की ओर से भविष्यवाणी की गई थी कि मानसून अपनी सामान्य तिथि से लगभग दो सप्ताह पहले दिल्ली में प्रवेश करेगा। हालांकि, यह 13 जुलाई को ही राजधानी दिल्ली पहुंचा था, जिससे यह 19 साल में सबसे अधिक देरी से पहुंचा था।

इससे पहले मंगलवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 43.5 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर पर 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 57 से 16 प्रतिशत रहा। दिल्ली के 11 में से पांच मौसम केंद्रों पर लू रिकार्ड की गई। मुंगेशपुर और स्पो‌र्ट्स कॉम्प्लेक्स में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे वे राजधानी दिल्ली में सबसे गर्म स्थान रहे।

पीतमपुरा, नजफगढ़ और रिज में अधिकतम तापमान क्रमश: 45.7 डिग्री सेल्सियस, 45.9 डिग्री सेल्सियस व 44.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।मौसम विशेषज्ञों ने तेज पश्चिमी विक्षोभ की कमी और लगातार गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाओं की कमी को लू के लिए जिम्मेदार ठहराया है।