कोरोना व फंगस के बाद नए संक्रमण साइटोमेगालो, जीआरएमसी में शुरू होगी सात प्रकार की जांच

 

कोरोना व फंगस के बाद नए संक्रमण साइटोमेगालो

न्यूरो 9 यह जांच दिमागी बुखार का पता लगाने के लिए की जाती है। इस जांच को कराने के लिए मरीज को शहर से बाहर जाना पड़ता था जिस कारण आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता था। अब यह जांचमाइक्रोबायोलाजी लैब में शुरू की गई है।

ग्वालियर। कोरोना व फंगस के बाद नए संक्रमण साइटोमेगालो ने अब लोगों को परेशां करना शुरू कर दिया है। कोरोना संक्रमण के बाद से आमजन की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। कोविड व फंगस के बाद नए संक्रमण साइटोमेगालो का पता चला था, जो लोगों को बीमार कर रहा था। इस वायरस की जांच शहर में संभव नहीं थी। इसके अलवा अन्य ऐसी कई जांच थीं, जो शहर में नहीं होती थीं। इस परेशानी को देखते हुए गजरा राजा मेडिकल कालेज (जीआरएमसी) द्वारा सात प्रकार की जांच बीते दिनों शुरू की गई हैं। अब यह जांच निःशुल्क या फिर कम से कम कीमत पर मरीजों को शहर में ही उपलब्ध कराई जाएगी।

मालूम हो कि हैपेटाइटिस ए,बी,सी और ई: हैपेटाइटिस के अलावा हैपेटाइटिस ए आर ई का एलाइजा टेस्ट और हैपेटाइटिस बी और सी का आरटीपीसीआर जांच शुरू की गई है। हेपेटाइटिस एक बीमारी है जो यकृत की सूजन का कारण बनती है और इसे नुकसान पहुंचाती है। अगर अनियंत्रित होता है, तो यह यकृत की विफलता या यकृत कैंसर का कारण बन सकता है, जो कि घातक हो सकता है। मुख्य रूप से 4 वायरस इस बीमारी के कारक माने जाते हैं ए, बी, सी और ई। जिनकी जांच शुरु की गई है।इसे औपचारिक रूप से ह्यूमन गैम्मा हेरपीस वायरस 4 कहा जाता है। यह गले के अंदर सूजन पैदा करता है, इसकी जांच भी अब जीआरएमसी में हो सकेगी।