रूस बंद न करे अपना अमेरिकी दूतावास

 

रूस बंद न करे अपना अमेरिकी दूतावास

यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस के खिलाफ अमेरिका समेत तमाम पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध लगा दिया । अब अमेरिका में रूस के दूतावास को बंद करने पर को लेकर वाशिंगटन ने आपत्ति जताई है। जाने क्या कहा-

 लंदन, रायटर्स। दुनिया की दो बड़ी परमाणु ताकतों के बीच वार्ता जारी रखने पर जोर देते हुए अमेरिका ने  रूस (Russia) से उसके दूतावास को बंद करने से मना किया है। मास्को में अमेरिकी दूतावास की ओर से बयान जारी कर बताया गया यूक्रेन के साथ जंग के कारण खराब हालातों के बाद भी रूस को अपने अमेरिकी दूतावास को बंद नहीं करना चाहिए।

राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ( Vladimir Putin) ने  यूक्रेन पर की गई कार्रवाई को रूस के इतिहास का टर्निंग प्वाइंट मान रहे हैं। यूक्रेन पर हमला करने के तुरंत बाद ही रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों ने कार्रवाई करने का फैसला ले लिया था। इस क्रम में अमेरिका ने कई प्रतिबंधों के साथ ही रूस के 12 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। अमेरिका ने इसके पीछे गैर-राजनयिक गतिविधियों का हवाला दिया था।

यूक्रेन और इसके समर्थक पश्चिमी देशों ने कहा कि यह जंग में हार नहीं मानेगा। क्रेमलिन को संदेश भेजने के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में नियुक्त जान जे सुलिवन ने कहा है कि वाशिंगटन और मास्को को अपने राजनयिक संबंधों को नहीं तोड़ना चाहिए। इसके पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी यूक्रेन पर रूस के हमले को राष्ट्रपति पुतिन की  ऐतिहासिक गलती करार दी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि इसके लिए रूस को अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। इसलिए यूक्रेन युद्ध को खत्म करने का कूटनीतिक प्रयास किया जाना चाहिए। मैक्रों ने कहा था कि  युद्धविराम के लिए रूस और यूक्रेन के बीच फ्रांस मध्यस्थ की भूमिका निभा सकता है।

अमेरिका ने बेलारूस में अपना दूतावास मार्च में ही बंद कर दिया था। इसके साथ ही विदेश विभाग ने यूक्रेन में युद्ध के कारण रूस में अमेरिकी दूतावास के गैर-आवश्यक कर्मचारियों को वापस आने की अनुमति दी थी। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि यूक्रेन में रूसी सैन्य बलों द्वारा किए गए अनुचित हमले की वजह से सामने आए सुरक्षा मुद्दों के कारण यह फैसला लिया। बता दें कि मार्च में ही अमेरिका ने यूक्रेन को 350 डालर की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था ताकि वह हथियारों की खरीद कर सके। उस वक्त अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ऐलान किया कि अमेरिकी सैनिक यूक्रेन नहीं जाएंगे, लेकिन हर तरह की मदद दी जाएगी।