समय के साथ बढ़ता जा रहा डाक्टर बनने का क्रेज, इस बार बढ़े नीट के आवेदक

 

बारहवीं के बाद करियर के लिहाज से इंजीनियरिंग व मेडिकल की पढ़ाई पसंदीदा विकल्प है

नीट-यूजी के लिए इस बार मुकाबला और कड़ा होने वाला है। इस बार परीक्षा के लिए 19272 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यह पिछली बार की तुलना में कई ज्यादा आवेदन हैं। बता दें नीट के जरिए न केवल एमबीबीएस और बीडीएस बल्कि आयुष यूजी में भी दाखिले होते हैं।

 संवाददाता, देहरादून: बारहवीं के बाद करियर के लिहाज से इंजीनियरिंग व मेडिकल की पढ़ाई पसंदीदा विकल्प है। यही कारण है कि हर साल लाखों छात्र जेईई व नीट के लिए आवेदन करते हैं। बेशक आज मेडिकल व इंजीनियरिंग के अलावा भी दर्जनों ऐसे क्षेत्र हैं, जहां नौकरी के अच्छे अवसर हैं। इसके अलावा युवा व्यवसायिक क्षेत्र का चुनाव कर खुद का व्यावसाय भी शुरू कर सकते हैं। पर डाक्टरी का क्रेज समय के साथ-साथ बढ़ता जा रहा है।

नीट-यूजी के लिए इस बार मुकाबला और कड़ा होने वाला है। इस बार परीक्षा के लिए 19,272 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यह पिछली बार की तुलना में कई ज्यादा आवेदन हैं। बता दें, नीट के जरिए न केवल एमबीबीएस और बीडीएस बल्कि आयुष यूजी में भी दाखिले होते हैं। इसके अलावा वेटनरी कोर्स में भी दाखिला नीट के माध्यम से ही खुलता है। वहीं, अब केंद्रीय संस्थानों में बीएससी नर्ंिसग के लिए भी नीट जरूरी कर दिया गया है। ध्यान देने वाली बात ये है कि एम्स व जिपमर में एमबीबीएस के लिए पहले अलग से परीक्षा होती थी। पर अब एमबीबीएस में दाखिले का नीट ही एकमात्र जरिया है।

आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कालेज में भी दाखिला नीट के रैंक पर ही होता है। जानकार यह मान रहे हैं कि कई पाठ्यक्रम में दाखिले की एक परीक्षा होने से भी नीट के आवेदक बढ़े हैं। अविरल क्लासेज के निदेशक डीके मिश्रा के अनुसार डाक्टरी के पेशे के लिए युवाओं में पिछले कुछ सालों में क्रेज बढ़ा है। लगातार सीटों में बढ़ोतरी की वजह से भी विद्यार्थियों का रूझान बढ़ रहा है। अधिकतम आयु सीमा को हटाकर 25 वर्ष से अधिक के छात्रों को आवेदन की अनुमति देना एक कारण हो सकता है।

कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले साल कई छात्र परीक्षा नहीं दे पाए थे। कोरोना की स्थिति में सुधार के बाद इस बार अधिक आवेदन हुए हैं।आगामी वर्षो में नीट में आवेदकों की संख्या और बढऩे की उम्मीद है। नीट के जरिए आयुष, वेटनरी, नर्सिंग आदि के शामिल होने की वजह से भी आवेदनों में इजाफा हुआ है।