संवाददाता, पटना। National Crime News: हरियाणा का ये शराब तस्कर कितनी पहुंची हुई चीज है, यह पुलिस को अब पता चल रहा है। नौ अप्रैल को वह पटना पुलिस को चकमा देकर न्यायिक हिरासत से भाग निकला। तब वह पेट दर्द के बहाने जेल से बाहर आया था। करीब दो महीने बाद आइबी की सूचना पर दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ा, लेकिन इस बार वह फिर से फरार हो गया है। पटना मेडिकल कालेज एवं हास्पिटल (पीएमसीएच) से भागा वांछित शराब माफिया सोमवार को दिल्ली पुलिस को भी चकमा देकर फरार हो गया।
तीनमूर्ति के पुलिस बैरक से शौच के बहाने भागा
पटना पुलिस की टीम शनिवार को उसे लाने दिल्ली गई थी। उससे काफी देर तक पूछताछ की गई। इसके बाद उसे चाणक्यपुरी में तीनमूर्ति पुलिस रिजर्व बैरक में रखा गया था। पटना पुलिस की टीम भी वहीं मौजूद थी। सोमवार सुबह वह शौच के बहाने भागने में कामयाब रहा। एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि कमल सिंह दिल्ली पुलिस की हिरासत से भागा है। दिल्ली क्राइम ब्रांच और पटना पुलिस की संयुक्त टीम संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
शनिवार को चाणक्यपुरी इलाके से हुआ था गिरफ्तार
नई दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने के एसएचओ संजीव वर्मा ने बताया कि शनिवार को पटना पुलिस की टीम यहां आई थी। दिल्ली पुलिस के सहयोग से उन्होंने इलाके के एक फ्लैट से कमल सिंह को गिरफ्तार किया था। हालांकि, पुलिस उसे थाने पर लेकर नहीं आई थी। सूत्रों की मानें तो पीएमसीएच ओपी प्रभारी अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पटना पुलिस की टीम उसे लाने के लिए गई थी।
कोर्ट बंद रहने के कारण नहीं हो सकी थी पेशी
शनिवार को ही पटना पुलिस की टीम दिल्ली पहुंच गई और उससे घंटों पूछताछ
की। उसने हुलिया भी बदल लिया था। रविवार को कोर्ट बंद होने के कारण उसे
बैरक में ही रखा गया था। उसे खाना देने के बहाने तीन लोग आए थे, लेकिन
पुलिस ने केवल एक को ही उससे मिलने की अनुमति दी। कयास है कि खाने वाली
टिफिन में ही भागने का प्लान कमल सिंह को कागज पर लिखकर दिया गया था।
पीएमसीएच से हथकड़ी के साथ भागा था कमल
पटना के बाईपास थाने से सटे के एक मकान में शराब का गोदाम मिलने के मामले में पुलिस ने कमल सिंह को हरियाणा के रोहतक से गिरफ्तार किया था। वह वहीं का रहने वाला है। इसके बाद से वह बेउर जेल में बंद था। पेट दर्द की शिकायत पर नौ अप्रैल को पुलिसकर्मी उसे पीएमसीएच के गैस्ट्रोलाजी विभाग में लेकर आए थे। तभी वहां कार पहुंची और कमल हथकड़ी समेत फरार हो गया। भगाने के दौरान उसके सहयोगी दीपक का पर्स वहीं गिर गया था। दीपक को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने रोहिणी इलाके से हथियार के साथ पकड़ा था।
शराब माफिया कमल को भगाने में शामिल थे तीन राज्यों के अपराधी
पीएमसीएच से फरार शराब माफिया कमल सिंह को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम
ने शनिवार को गिरफ्तार किया। पटना पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेने
दिल्ली गई थी। कमल को भगाने में यूपी, हरियाणा और दिल्ली के चार अपराधी
शामिल थे। इनमें दीपक सिंह को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम गिरफ्तार कर
तिहाड़ जेल भेज चुकी है। तीन अन्य की पहचान हो चुकी है। उनकी गिरफ्तारी के
लिए दबिश दी जा रही है।
दीपक ने लिया था अमन का नाम
कमल के खिलाफ पटना और नालंदा में आठ मामले दर्ज हैं। कमल को वर्ष 2021
में पटना बाइपास थाना क्षेत्र में मिली शराब की बड़ी खेप के मामले में
गिरफ्तार किया गया था। उसे 10 अप्रैल 2022 को उपचार के लिए जेल से पीएमसीएच
लाया गया था, जहां कार सवार चार लोग पहले से मौजूद थे। पुलिस को धक्का
देकर कमल चारों साथियों के साथ फरार हो गया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस के
हत्थे चढ़ा दीपक से पूछताछ हुई। दीपक ने बताया कि पूरी योजना अमन ने बताई
थी। कमल से जेल में मिलने अमन कई बार आया था। कमल को भगाने में इस्तेमाल
कार का इस्तेमाल हुआ था वह यूपी की थी। आगरा में भी कमल के साथी हैं। कमल
की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस आगरा भी गई थी, लेकिन सभी ने ठिकाना बदल
दिया।