शार्प शूटरों को लेकर पंजाब व दिल्ली पुलिस के अलग सुर

 

सिद्धू मूसेवाला हत्‍याकांड में पंजाब एं दिल्‍लर पुलिस के सुर अलग हैं। (फाइल फोटो)

Sidhu Moose Wala Murder पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्‍या के मामले में शार्प शूटरों को लेकर पंजाब पुलिस और दिल्‍ली पुलिस में सहमति नहीं है। इस मामले में दोनों के सुर अलग-अलग हैं।

बठिंडा Sidhu Moose Wala Murder: पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा जारी की गई आठ शार्प शूटरों की लिस्ट को लेकर पंजाब और दिल्ली पुलिस में सहमति नहीं बन पा रही है। दिल्ली पुलिस ने लारेंस बिश्नोई से पूछताछ के बाद उससे जुड़े आठ शूटरों की तस्वीरें जारी की थीं। परंतु पंजाब पुलिस इस सूची को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रही है।

परिवार ने शूटर राणू पुलिस को सौंपा लेकिन पुलिस ने नहीं दिखाई गिरफ्तारी

इसका उदाहरण शार्प शूटर हरमल सिंह चौहान उर्फ राणू को उसके परिजनों द्वारा पुलिस हिरासत में दिए जाने के बावजूद उसकी गिरफ्तारी न दिखाए जाने से मिलती है। क्योंकि, राणू दिल्ली पुलिस द्वारा जारी आठ लोगों की सूची में से एक है और उसके परिवार का दावा है कि वह राणू को पुलिस के हवाले कर चुके हैं, परंतु पंजाब पुलिस ने अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई है।

दिल्ली पुलिस की लिस्ट को छोड़ अपनी थ्यूरी पर काम कर रही पंजाब पुलिस

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पंजाब पुलिस फिलहाल अपनी थ्यूरी पर काम कर रही है। पुलिस को जहां से भी जो लीड मिल रही है उसके अनुसार जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। फिलहाल इस मामले में और कुछ नहीं बताया जा सकता।

दिल्ली पुलिस शूटर बता रही और पंजाब पुलिस मान रही नशेड़ी

पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस राणू को शार्प शूटर बता रही है तो पंजाब पुलिस उसे मामूली नशेड़ी मान रही है। यही कारण है कि अभी तक पंजाब पुलिस ने राणू की गिरफ्तारी नहीं दिखाई है। दिल्ली पुलिस ने अपनी सूची में पंजाब के जगरूप सिह रूपा, मनप्रीत सिंह मन्ना और हरकमल सिंह राणू, हरियाणा के प्रियवर्त उर्फ फौजी और मनजीत सिंह उर्फ भोलू, महाराष्ट्र के सौरव उर्फ महाकाल और संतोष यादव के अलावा राजस्थान के सुभाष बनौदा के नाम शामिल किए थे।

इसके बाद राणू के परिवार ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था। वहीं शेष शूटरों में से पुलिस ने केवल जिला तरनतारन के रहने वाले जगरूप सिंह रूपा के घर पर ही छापामारी की है।

हत्या के 14 दिन बाद भी हमलावरों तक नहीं पहुंच पाई पुलिस

सिद्धू मूसेवाला की हत्या को 14 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक हमलावरों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस केवल मूसेवाला की रेकी करने और हमलावरों को गाडि़यां मुहैया कराने वालों तक ही पहुंच पाई है। अब तक जिन नौ आरोपितों की गिरफ्तारी दिखाई गई है उनमें से एक भी ऐसा नहीं है जिसने मूसेवाला पर गोली चलाई हो।

हमलावरों को लेकर न तो एसआइटी ने कुछ कह रही है और न ही एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स कुछ बता पा रही है। भले ही पंजाब सरकार इस मामले को जल्द सुलझा लेने के आदेश दे चुकी है लेकिन विपक्ष लगातार पुलिस की ढीली जांच पर सवाल खड़े कर रहा है। विपक्षी पार्टियां और सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह तो केंद्रीय एजेंसी से जांच करवाने की मांग कर चुके हैं।