मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली के लोगों को अगले दो दिनों तक भीषण गर्मी और लू से निजात नहीं मिलने वाली है। उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा उत्तराखंड समेत उत्तर भारत में कब बदलेगा मौसम और किन हिस्सों में होगी बारिश जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...
नई दिल्ली, एजेंसियां। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों को अगले दो दिनों तक भीषण गर्मी और लू से निजात नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अगले दो दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में हीटवेव यानी लू की स्थितियां जारी रहेंगी। हालांकि दो दिन बाद तापमान में कमी आने की संभावना है।
मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि बिहार, झारखंड दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के इलाकों में लू का प्रकोप दो दिन तक जारी रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमोत्तर भारत के अन्य हिस्सों में 15 जून तक तापमान सामान्य से ज्यादा बना रहेगा जिससे कोई बड़ी राहत मिलने की संभावना नहीं है।आइएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में अधिकतम तापमान सप्ताहांत में कुछ डिग्री कम हो जाएगा, लेकिन 15 जून तक कोई बड़ी राहत की संभावना नहीं है। नमी से भरी पुरवाई हवा 16 जून से भीषण गर्मी से काफी राहत देगी।
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक अगले चार दिन तक पश्चिमोत्तर भारत में अधिकतम तापमान में कोई विशेष बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि 16 जून से नमी युक्त पुरवा हवाएं चलने से भीषण गर्मी से राहत मिलनी शुरू होगी। मौसम विभाग का कहना है कि 16 से 22 जून के दौरान देश के सभी हिस्सों में लू का प्रकोप खत्म हो जाएगा। 12 जून से पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मानसून पूर्व गतिविधियां शुरू हो सकती हैं।
रही बात बारिश की तो अगले दो दिनों के दौरान पश्चिमी प्रायद्वीपीय तट पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 5 दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम समेत पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में भारी वर्षा का दौर चलेगा। जम्मू-कश्मीर में अगले 24 घंटों के दौरान आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे।
दक्षिण पश्चिमी मानसून मुंबई और कोंकण क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने कहा कि दक्षिण पश्चिमी मानसून शनिवार को मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों, कोंकण के अधिकांश हिस्सों (मुंबई सहित), मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और कर्नाटक के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है।
मौसम एजेंसी ने बताया कि उत्तर अरब सागर के कुछ हिस्सों, कोंकण के शेष हिस्सों, गुजरात राज्य के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों, पूरे कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए वर्तमान परिस्थितियां अनुकूल हैं। अगले 48 घंटों के दौरान तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम मध्य और पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी में ये पहुंच जाएगा।
आइएमडी के अनुसार, उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों, गुजरात, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों, तेलंगाना के कुछ और हिस्सों, आंध्र प्रदेश और बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों, पूरे उप-हिमालयी पश्चिम में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी रहेंगी। दो से तीन दिनों के भीतर यह मानसून बंगाल और सिक्किम, ओडिशा के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार पहुंच जाएगा। केरल में एक जून को मानसून ने अपने समय से तीन दिन पहले अपनी शुरुआत की थी।
वहीं मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान सिक्किम के साथ ही पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। यही नहीं तटीय कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, कोंकण, गोवा, आंतरिक महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश में एक दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।