मुंगेर में मरीजों के परिजनों की जेब पर अतिरिक्त बोझ, कई एंबुलेंस खुद बीमार

 

Bihar Dial-102 का फंडा: एंबुलेंस बीमार, क्या करें मरीज।

Bihar Dial-102 रेफर होने वाले गंभीर मरीजों की कैसे बचेगी जान? कई एंबुलेंस है बीमार। गंभीर व प्रसव पीड़ित मरीजों को बेहतर सुविधा के लिए की गई है निशुल्क व्यवस्था। लेकिन जब एंबुलेंस होगी तब ही इन्हें...

संवाद सहयोगी, मुंगेर : एक अस्पताल से दूसरे जगह रेफर होने वाले मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल रही है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार की ओर से नि:शुल्क एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की गई। सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को अनिवार्य रूप से एंबुलेंस की सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन जिले में खराब एंबुलेंस और विभागीय अधिकारियों की उदासीनता की वजह से जरूरतमंद मरीजों को समय पर एंबुलेंस की सुविधा नहीं उपलब्ध हो रहा है। ऐसे में स्वजन मरीज को निजी वाहन से अस्पताल ले जाने को मजबूर हैं। साधन संपन्न स्वजनों को परेशानी नहीं होती है, पर गरीब और लाचार मरीजों का कई बार समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण जान का खतरा बना रहता है।

सुनिए मरीजों की दर्द

मनोज कुमार, सीता देवी, पूनम देवी ने कहा गंभीर रूप से बीमार मरीज को जब सदर अस्पताल से दूसरी जगह रेफर कर दिया जाता है, तो उन्हें समय पर एंबुलेंस नहीं मिल पाता है। 102 नंबर पर काल करने पर जल्दी काल नहीं उठता है। काफी मशक्कत बाद फोन उठता भी है तो सीधा एंबुलेंस नहीं उपलब्ध या फिर उपलब्ध होने पर भेजने की बात कही जाती है।

  • -18 एंबुलेंस है जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर
  • -04 एंबुलेंस कई माह से है पड़ा हुआ है खराब
  • -14 से चल रहा स्वास्थ्य विभाग का काम
  • -05 की जगह चार है सदर अस्पातल में

केस स्टडी-एक: -मरीज पूनम देवी ने बताया उनके रिश्तेदार को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सक ने बेहतर इलाल के लिए पटना रेफर कर दिया। एंबुलेंस के लिए 102 नंबर पर फोन किया गया तो एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की बात कही गई।

केस स्टडी-दो: हेरूदियारा की ममता देवी ने कहा आइसीयू में भर्ती नवजात को डाक्टर ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। एंबुलेंस के लिए लगातार फोन लगाती रही, लेकिन एंबुलेस नहीं मिला। निजी एंबुलेंस से बच्चे को पटना ले जाना पड़ा।

कहां कितनी एंबुलेंस

  • सदर अस्पताल में पांच, एक खराब
  • जमालपुर स्वास्थ्य केंद्र दो, एक खराब
  • बरियारपुर स्वास्थ्य केंद्र, एक चालू हालत में
  • खड़गपुर स्वास्थ्य केंद्र, दो में से एक खराब
  • तारापुर अनुमंडलीय अस्पताल, तीन में एक खराब
  • धरहरा स्वास्थ्य केंद्र, दो चालू हालत में
  • संग्रामपुर स्वास्थ्य केंद्र, एक चालू हालत में
  • असरगंज स्वास्थ्य केंद्र, एक चालू हालत में
  • सदर प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र, एक चालू हालत में

एंबुलेंस प्रबंधक मु. नैय्यर ने कहा, 'जिले में एंबुलेंस की सख्या 18 है। चार एम्बुलेंस गैराज में है। सड़क हादसे में इजाफा हुआ है। इस कारण एक साथ सभी को एंबुलेंस उपलब्ध कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोशिश रहती है हर रेफर मरीज को एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाए।'