एकबार पिता बंधु तिर्की को हराया... अबकी बेटी नेहा तिर्की से भिड़ंत... भाजपा से गंगोत्री कुजूर ने भरा पर्चा

 


Jharkhand News: Mandar Assembly By-election के लिए भाजपा की ओर से गंगोत्री कुजूर ने किया नामांकन।

Mandar Assembly By-election झारखंड के मांडर विधानसभा में हो रहे उपचुनाव के लिए भाजपा की ओर से गंगोत्री कुजूर ने सोमवार को नामांकन पत्र भरा। इस मौके पर भाजपा के कई दिग्गज नेता माैजूद थे। कांग्रेस ने यहां से बंधु तिर्की की बेटी नेहा तिर्की को मैदान में उतरा है।

रांची, डिजिटल डेस्क। आगामी 23 जून 2022 को मांडर विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित उपचुनाव के लिए दिग्गजों ने ताल ठोकना शुरू कर दिया है। इसबार भी चुनावी जंग दिलचस्प दिखेगी। चुनावी जंग-ए-मैदान में भाजपा और कांग्रेस के बीच आर-पार का मुकाबला संभावित प्रतीत हो रहा है। लेकिन इस लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने के लिए कई अन्य प्रत्याशी भी मजबूती के साथ ताल ठोक रहे हैं। यहां जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा, मतदाता 23 जून को तय करेंगे। कांग्रेस ने अपने पार्टी के नेता बंधु तिर्की की बेटी नेहा तिर्की को यहां उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा ने गंगोत्री कुजूर को मैदान में उतारा है। गंगोत्री कुजूर ने सोमवार को नामांकन कर दिया है। उनके नामांकन के दौरान भाजपा के दिग्गज नेताओं की मंडली भी मौजूद थी। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, सांसद दीपक प्रकाश, सांसद आदित्य साहू और आजसू प्रमुख सुदेश महतो मुख्य रूप से शामिल हैं।jagran


मालूम हो कि कुछ दिन पूर्व कांग्रेस की ओर से नेहा तिर्की ने भी नामांकन किया था। नेहा तिर्की ने राजनीति में पहली बार कदम रखा है। वह बंधु तिर्की की पुत्री हैं। आय से अधिक संपत्ति मामले में एक साल की सजा होने के कारण बंधु तिर्की की विधानसभा सदस्यता चुनाव आयोग ने रद कर दी थी। इसके बाद यह सीट खाली हो गया था। नियमानुसार छह माह के भीतर चुनाव कराने का प्रविधान है। इसी के मद्देनजर मांडर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव आयोग उपचुनाव करा रहा है। कांग्रेस ने सीट पर कब्जा बरकरार रखने के लिए बंधु तिर्की की पुत्री पर दांव खेला है। अब देखना यह है कि बिटिया बेड़ा पार लगाती है या नहीं। तस्वीर 26 जून को स्पष्ट हो जाएगी।

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जानिए, यहां कब किसने किसको हराया है

अब बात करें, गंगोत्री कुजूर की। मांडर विधानसभा क्षेत्र के नया चेहरा नहीं हैं। वर्ष 2014 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में वह बंधु तिर्की को हरा चुकी हैं। तब बंधु तिर्की तृणमूल कांग्रेस से चुनाव मैदान में उतरे थे। बंधु तिर्की को गंगोत्री कुजूर ने 7605 मतों से हराया था। भाजपा प्रत्याशी के रूप में गंगोत्री कुजूर को 54,200 वोट प्राप्त हुए थे, वहीं बंधु तिर्की को 46,547 वोट मिले थे। वर्ष 2019 में जब विधानसभा का चुनाव आया तो भाजपा ने गंगोत्री कुजूर को टिकट नहीं दिया। यह भाजपा के लिए बड़ी भूल साबित हुई। भाजपा ने जिस देव कुमार धान को चुनाव में प्रत्याशी बनाया था, वह बुरी तरह हार गए। तब झारखंड विकास मोर्चा यानी झाविमो के टिकट पर बंधु तिर्की मैदान में उतरे थे। लगभग 23 हजार मतों से भाजपा की हार हुई थी। इसबार भाजपा ने पुन: गंगोत्री कुजूर पर दांव लगाया है। इसलिए यह चुनाव भाजपा के लिए भी परीक्षा की घड़ी होगी।