पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा ने कहा कि पुलिस ने घटना के संबंध में तीन मामले दर्ज किए हैं। एक विशेष पार्टी के लोगों द्वारा एक सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला गया था। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने पोस्ट डालने वाले व्यक्ति की पिटाइ कर दी थी।
हाल में ही एक बुजुर्ग महिला अनादु रंगनाइकम्मा को वाईसीपी के खिलाफ एक पोस्ट को बढ़ावा देने के लिए गिरफ्तार किया गया था और मुकदमा चलाया गया था। जिसमें हिंसा भड़की थी।
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के मुताबिक सोशल मीडिया फ्री है। दिमागी खेल को बढ़ावा देने के लिए राजनीतिक दल इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इसी क्रम में आंध्र प्रदेश में अक्सर किसी एक क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो जाती है।