रांची हिंसा का मास्टरमाइंड नवाब चिश्ती हर दल के नेताओं का दुलारा... नेताओं के साथ देखिए रंगीन तस्वीरें

 

Jharkhand News: रांची हिंसा का मास्टरमाइंड नवाब चिश्ती हर दल के नेताओं का दुलारा... नेताओं के साथ देखिए रंगीन तस्वीरें

Ranchi Violence News पुलिस के अनुसार रांची में पिछले दिनों हुए उपद्रव और हिंसा का मास्टरमाइंड नवाब चिश्ती है। फैसला अदालत करेगी लेकिन नवाब चिश्ती की नजदीकियां सभी दल के नेताओं से रही हैं। भाजपा झामुमो और कांग्रेस नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं।

रांची,  संवाददाता। रांची में उपद्रव और हिंसा भड़काने का आरोपित नवाब चिश्ती का शौक राजनेताओं के साथ फोटो खिंचवाना रहा है। हालांकि वह कई बड़े नेताओं के काफी करीब रहा। फोटो में उसके बाडी लैंग्वेज से नेताओं से घनिष्ठता का आभास होता है। महाराष्ट्र के सांसद इमरान प्रतापगढ़ी, कांग्रेस के पूर्व विधायक बंधु तिर्की, कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, झामुमो सांसद महुआ मांझी, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, खेल मंत्री हफीजुल हसन जैसे कई नेताओं के साथ उसकी पुरानी तस्वीरें सार्वजनिक हुई हैं। वह बड़े-बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवा कर उनसे करीबी दर्शाता रहा है। यह उसका शौक है या सचमुच में उन नेताओं से उसकी करीबी रही है, यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा। नवाब चिश्ती की गिरफ्तारी के बाद कई फोटो वायरल हुए हैं। पुलिस हर बिंदू पर गंभीरता से जांच कर रही है।

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झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ नवाब चिश्ती

पहले से ही हिंसा की हुई थी तैयारी

जुमे की नमाज के बाद रांची में प्रदर्शन के दाैरान हिंसा भड़की थी। इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। दर्जनों लोग जख्मी हए थे। उपद्रवियों के फेंके गए पत्थर से कई पुलिस अधिकारी भी गंभीर रूप से घायल हुए थे। यह हिंसा अचानक ही नहीं भड़की थी। बल्कि इसके लिए प्लाट तैयार किए गए थे। लोगों को गुमराह करने, भड़काने तथा उत्तेजित करने के लिए साजिश रची गई थी। हिंसा का प्लाट पहले ही तैयार कर लिया गया था। उपद्रवियों को बस उचित समय एवं स्थान तय करना था। जुमे के दिन काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज में एक साथ जुटते हैं। मेन रोड जगह भी महफूज थी।

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भाजपा नेता बाबूलाम मरांडी व झामुमो नेता हफीजुल हसन के साथ नवाब चिश्ती

पुलिस से लेकर नेता तक पहचानते हैं नवाब चिश्ती को

शहर की हर थाना की पुलिस एवं कई राजनीतिक दलों के नेता नवाब चिश्ती को पहचानते हैं। वह डोरंडा इलाके का रहने वाला है। शहर में बवाल होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले उन लोगों का लिस्ट तैयार किया जो पहले से दंगा कराने के आरोप में जेल जा चुके हैं। उस लिस्ट भी सबसे पहला नाम नवाब चिश्ती का ही आया। पुलिस ने जांच शुरू की। कई लोगों से पूछताछ की पता चला कि उपद्रवियों की भीड़ में घटना के दिन राजेंद्र चौक के पास नवाब चिश्ती भी था।

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कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी, विधायक इरफान अंसारी के साथ नवाब चिश्ती

सीसीटीवी फुटेज देखकर रह गया दंग

मेन रोड में हिंसा होने के बाद नवाब घर से फरार हो गया था। पुलिस ने घरवालों से पूछताछ की पता चला कि नवाब कई दिनों से रांची में नहीं है। इसके बाद पुलिस ने कई जगहों ले सूचनाएं जुटाकर नवाब चिश्मी को दबोच लिया। पूछताछ करने पर उसने कहा कि घटना से कुछ दिन पहले ही वह शहर से बाहर चला गया था। लेकिन उपद्रवियों के साथ उसकी उपलब्धता की पुलिस के पास प्रमाण थे। जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया तब उसने स्वीकारा कि वह भीड़ में शामिल था।

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पूर्व विधायक बंधु तिर्की और झामुमो सांसद महुआ माजी के साथ नवाब चिश्ती

कई दिनों से शहर में सक्रिय था नवाब चिश्ती

पुलिस के अनुसार, नवाब चिश्ती का कहना है कि उसने भीड़ को भड़काने का काम नहीं किया है। पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनसे पूछताछ की तो पता चला कि नवाब पिछले कई दिनों से इस उपद्रव के लिए शहर में सक्रिय था। उसे जानकारी थी कि शहर में बवाल होगा।

इंटरनेट मीडिया पर उन्माद फैलाने में रहा सक्रिय

पुलिस के मुताबिक, नवाब चिश्ती इंटरनेट मीडिया पर वीडियो और संदेश लिखकर धार्मिक उन्माद फैलाने में सक्रिय रहता है। पुलिस नवाब का फेसबुक अकाउंट समेत सभी सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्ट को खंगाल रही है। पुलिस ने नवाब को वर्ष 2019 में दंगा के दौरान दो लोगों पर चाकू से वार कर हत्या करने के प्रयास में जेल भेजा था। इसके अलावा भी वह कई बार जेल जा चुका है। फिर भी नेता उसके साथ फोटो खिंचवाने से इन्कार नहीं किया।