COVID Cases in Delhi दिल्ली के नामी अस्पताल एलबीएस के वीसी डा. एसके सरीन ने कहा है कि फिलहाल कोरोना के टीके की दूसरी डोज लेने के नौ माह बाद सतर्कता डोज देने का प्रविधान है। इसे घटाकर छह करना चाहिए।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली
में सोमवार को कोरोना संक्रमण दर सात तक पहुंच गई थी, जो मंगलवार को 6.5
अवश्य रही, लेकिन पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना संक्रमितों की संख्या
1000 के पार हो गई, जबकि पूर्व में ऐसा 33 दिन पहले हुआ था। यही नहीं, इस
दौरान कोरोना के दो मरीजों की मौत भी हो गई। चिंता की बड़ी वजह यह भी है कि
दिल्ली में कोरोना के ओमिक्रोन वायरस के दो नए सब वैरिएंट मिले हैं।
इस बीच देश की राजधानी दिल्ली के नामी अस्पताल एलबीएस के वीसी डा. एसके सरीन ने कहा कि गर्मी की छुट्टियों के बाद जल्द ही स्कूल खुलने वाले हैं। चिंता की बात यह है कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों को अभी कोरोना का टीका नहीं लगा है, इसलिए उन्हें संक्रमण होने का खतरा ज्यादा है। बच्चे यदि संक्रमित होंगे तो दूसरे लोगों को भी संक्रमित करेंगे। ऐसे में 12 साल से कम उम्र के बच्चों को टीका लगाने पर भी विचार करना चाहिए।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर समेत सभी राज्यों में 12वीं तक के स्कूल खुले गए हैं। कई राज्यों में तो गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूलों को खुलना तेजी से जारी है। दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद समेत पूरे उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार से स्कूल खुल जाएंगे।
छह माह के अंतराल पर हो सतर्कता डोज देने का प्रविधान
डा. एसके सरीन ने कहा कि मौजूदा समय में कोरोना के टीके की दूसरी डोज लेने के नौ माह बाद सतर्कता डोज देने का प्रविधान है। इसे घटाकर छह करना चाहिए, क्योंकि छह माह बाद इम्युनिटी कम हो जाती है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की तीसरी लहर में पहले ओमिक्रोन बीए.1 का संक्रमण शुरू हुआ था। बाद में बीए.2 वैरिएंट के कारण संक्रमण अधिक बढ़ गया था। कोरोना वायरस के जीनोम से जुड़े डाक्टर बताते हैं कि दिल्ली में बीए.4 व बीए.5 सब वेरिएंट के मामले नहीं देखे गए हैं।