
World Environment Day 2022 आम जनता में जागरूकता पैदा करने के लिए मप्र के सीएम शिवराज सिंह चौहान एक विशेष अभियान चला रहे हैं। एक वर्ष से अधिक समय तक अभियान जिसके तहत वह प्रतिदिन एक पौधा लगाते हैं। इस तरह वे वृक्षारोपण अभियान के ब्रांड एंबेसडर बन गए हैं।
भोपाल, आइएएनएस। अगर जलवायु परिवर्तन से पृथ्वी को बचाने का कोई आसान तरीका है, तो वह है वनों की कटाई को रोकना और अधिक से अधिक पेड़ लगाना। आम जनता में जागरूकता पैदा करने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक विशेष अभियान चला रहे हैं। एक वर्ष से अधिक समय तक अभियान, जिसके तहत वह प्रतिदिन एक पौधा लगाते हैं। इस तरह वे वृक्षारोपण अभियान के ब्रांड एंबेसडर बन गए हैं। आज रविवार को दुनिया विश्व पर्यावरण दिवस मना रही है। पांच जून सभी को पर्यावरण के बारे में सोचने पर मजबूर करता है। मौजूदा समय में जलवायु परिवर्तन सभी के लिए एक चुनौती बन गया है। विकास की गति तेज होने से इसका पर्यावरण पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि बड़े पैमाने पर पेड़ काटे जा रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि विकास की गति रुके नहीं और पर्यावरण कम से कम प्रभावित हो, यह आवश्यक है कि पेड़ों को काटने से बचाने के अलावा, नए वन लगाए जाएं।
भूपेंद्र सिंह ने भी पेड़ लगाने की अपील की
राज्य के शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी शिवराज के आह्वान का समर्थन किया है और उनके समर्थकों से उनके जन्मदिन के अवसर पर पार्टियों का आयोजन करने के बजाय पौधे लगाने की अपील की है। मुख्यमंत्री का विचार है कि यदि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए पृथ्वी को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो वृक्षारोपण आवश्यक है। अगर पर्यावरण को नहीं बचाया गया तो आने वाली पीढ़ियों को अपने अस्तित्व के लिए और संघर्ष करना पड़ेगा। पेड़ हमारे लिए जीवन के समान हैं, क्योंकि ये आक्सीजन देने के अलावा जीवों को आश्रय देते हैं। उन्होंने लोगों से उनके जन्मदिन, वर्षगांठ और अपने माता-पिता की याद में एक पेड़ लगाने की अपील की ह
पौधे लगाने के बाद उसकी देखभाल भी जरूर करेंः गणेश पांडे
वन विशेषज्ञ गणेश पांडे ने कहा कि रिपोर्ट बताती है कि वन भूमि में 11 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, लेकिन घने वन क्षेत्र, 5,000 वर्ग किमी जंगल नष्ट हो गया है। यह स्थिति चिंताजनक है। वृक्षारोपण के लिए अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन वास्तविकता हमारे सामने है। मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने कहा कि सरकार कागज पर कुछ भी दावा कर सकती है, वृक्षारोपण के लिए आयोजन कर सकती है, लेकिन घने जंगल कम हो रहे हैं। जो चिंताजनक है। यमुना नदी के किनारे करोड़ों पौधे लगाए गए, वह कागज पर भी है। क्या पेड़ अभी भी हैं? जवाब में उन्होंने कहा कि नहीं है। इसलिए, यह आवश्यक है कि पौधे लगाने वाले लोग भविष्य में उनकी देखभाल भी करें।