संस्कृत पाठशालाओं में बटुकों को मिलेगी छात्रवृति की सुविधा

 

पुजारी महासंघ द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 300 से ज्यादा पुजारियों ने इंदौर से भोपाल पहुचकर सम्मान किया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा की मैं पुजारियों से सम्मान नहीं करवाता हूं। बल्कि सनातन धर्म व संस्कृति का पालन करते हुए मैं स्वयं पुजारियों का सम्मान करता हूं और उनके चरण वंदन करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करता हूं।

इंदौर। विश्व ब्राह्मण समाज संघ एवं अखिल भारतीय पुजारी महासंघ द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 300 से ज्यादा पुजारियों ने इंदौर से भोपाल पहुचकर सम्मान किया। पुजारियों द्वारा प्रदेश के मुखिया का सम्मान उनके द्वारा पुजारियों की मांगे माने जाने पर किया। मालूम हो कि पुजारियों की मांगे मानने पर भोपाल निवास पर पहुंचकर सभी पुजारियों ने शिवराज सिंह चौहान का शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।वहीं, विश्व ब्राह्मण समाज संघ के पंड़ित ने बताया कि परशुराम जयंती पर अखिल भारतीय पुजारी महासंघ की मांग पर पुजारियों के समस्याओं के निराकरण के लिए की गई घोषणाओं को मंजूरी दे दी है। इसमें पुजारियों के हित में सभी मांगों को लागू किया गया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अवसर पर कहा की मैं पुजारियों से सम्मान नहीं करवाता हूं। बल्कि सनातन धर्म व संस्कृति का पालन करते हुए मैं स्वयं पुजारियों का सम्मान करता हूं और उनके चरण वंदन करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करता हूं। मैं सुख, समृद्धि व शांति के साथ प्रदेश में सरकार व शांति वाला राज्य स्थापित करना चाहता हूं।

जानकारी हो कि पुजारियों के हित में सभी मांगों को लागू किया गया। राज्य सरकार ने पुजारियों की जिन मांगों को माना है उनमे मंदिर की कृषि भूमि नीलामी पर रोक लगाना, भूमिहीन पुजारियों का मानदेय 5000 हजार रुपये करना तथा संस्कृत पाठशालाओं में बटुकों को छात्रवृति की सुविधा भी अब मिल सकेगी। इसी के साथ कुछ अन्य मांगे भी राज्य सरकार द्वारा मानी गई है। केंद्र सरकार ने पुजारियों की मांगे मानने व राज्य सरकार में लागू करने के जो आदेश जारी किए हैं। उससे प्रदेश भर के पुजारियों में हर्ष व्याप्त है। वहीं, सम्मान समारोह में कई पंडितों के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी, संतोष भार्गव, रूपेश मेहता, शिव शर्मा, महेश शर्मा पेंटर, पंकज शर्मा, शितिज उपाध्याय, राजेश बैरागी, महेंद्र सिंह बैस, अभिनव पालीवाल, रोहित बैरागी, राधेश्याम व्यास, गोपाल पूरी, दीपक पुजारी आदि मौजूद थे।