Fashionable Bullet Proof Jacket News रायबरेली निफ्ट के निदेशक डा. भारत साह ने बताया कि आयुध उपस्कर निर्माणी कानपुर के साथ मिलकर काम करने का करार हुआ है। इस प्रोजेक्ट के सूक्ष्म बिंदुओं पर विस्तार से मंथन चल रहा है।
कानपुर: सुरक्षा बल के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने वाली आयुध उपस्कर निर्माणी (ओईएफ) बहुत जल्द ऐसी हल्की व कम कीमत की बुलेट प्रफू जैकेट बाजार में लाने की तैयारी में है जो फैशनेबल भी होगी। यह जैकेट विशिष्ट और अतिविशिष्ट लोगों के लिए भी सुरक्षा का स्तर बेहतर करने में सहायता कर सकेगी। ट्रुप कंफट्र्स लिमिटेड की इकाई ओईएफ, कानपुर ने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नोलाजी (निफ्ट) रायबरेली और मिश्र धातु निगम (मिधानि) के सहयोग से तीन किलोग्राम वजन की इस बुलेट प्रूफ जैकेट की डिजाइन भी तैयार कर ली है। सरकार से स्वीकृति मिलने के चार माह के भीतर संस्थान जैकेट लांच कर देगा। ओईएफ, कानपुर के अपर महाप्रबंधक विजय कुमार चौधरी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए इसे 'मोदी जैकेट' नाम दिया गया है।
दस मीटर की दूरी से भी चली गोली होगी बेअसर: ओईएफ के अधिकारियों के अनुसार इस जैकेट की विशेषता है कि यह कम वजन की है और इसे दस मीटर की दूरी से नाइन एमएम पिस्टल से चली गोली भी भेद नहीं पाएगी। अपर महाप्रबंधक विजय कुमार चौधरी बताते हैैं कि जैकेट के उत्पादन के लिए निफ्ट, रायबरेली के साथ समझौता हुआ है। विशेष प्रकार की धातुएं व मिश्र धातुएं बनाने वाले मिधानि के सहयोग से इस हल्की बुलेट प्रूफ जैकेट के लिए नीदरलैंड की टेक्सटाइल कंपनी का उच्च गुणवत्ता वाला फैब्रिक लगेगा। जैकेट विशेष तौर पर वीवीआइपी और वीआइपी हस्तियों को ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है।
प्रोजेक्ट से जुड़े हैं आइआइटियन: ओईएफ में कार्यरत आइआइटी से बीटेक और एमटेक किए हुए युवा अफसरों की टीम इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। विजय कुमार चौधरी के अनुसार जैकेट का मूल्य 45 हजार रुपये से कम रखे जाने पर मंथन चल रहा है, ताकि खुले बाजार में बिक्री में आसानी हो। ओईएफ ने वर्ष में एक लाख जैकेट बनाने का लक्ष्य तय किया है।
यह होगी जैकेट की विशेषता
- मात्र तीन किग्रा होगा वजन
- मूल्य 45 हजार से कम रखने पर जोर
- नीदरलैंड में बना विशेष फैब्रिक लगेगा
- अन्य बुलेट प्रूफ जैकेट की तुलना में यह नरम व लचीली होगी
- विभिन्न नाप के अनुसार उपलब्ध होगी
- नाइन एमएम की गोली भी न भेद पाएगी।
दो वर्ष तक अनुसंधान: आयुध अधिकारी बताते हैं कि माननीयों को कम वजन में सुरक्षा कवच पहनाने सहित अन्य बिंदुओं पर मंथन के बाद यह बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने की योजना बनी। दो वर्ष तक इसके अनुसंधान और विकास का खाका खींचा गया। निफ्ट से एमओयू करके जैकेट का डिजाइन तैयार कराया गया।
माननीयों की सुरक्षा होगी बेहतर: चुनाव के समय जनसभाएं करने व भीड़ में जाने के दौरान माननीयों को अक्सर सुरक्षा की चिंता सताती है। इसके लिए वे पुलिस व कमांडो के सुरक्षा घेरे में रहते हैं।