क्या दिल्ली की तिहाड़ जेल में लॉरेंस बिश्नोई पर हो सकता है हमला ?

 

Tihar Jail News: क्या दिल्ली की तिहाड़ और मंडोली जेल में लॉरेंस बिश्नोई पर हो सकता है हमला ?

Tihar Jail News दिल्ली की तिहाड़ और मंडोली जेल के अधिकारियों के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई का अन्य दूसरे गुट से आमना सामना नहीं हो इसके लिए जेल प्रशासन अलग-अलग गुटों के बदमाशों के बारे में जानकारी जुटा रहा है।

नई दिल्ली,  संवाददाता। पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में लारेंस बिश्नोई का नाम सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। इस बीच दिल्ली की दो जेलों तिहाड़ और मंडोली में बदमाशों के बीच झड़प की आशंका को देखते हुए जेल प्रशासन सतर्क हो गया है। सीसीटीवी के जरिये निगरानी बढ़ा दी गई है और शातिर और खूखार बदमाशों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

कहां जा रहा है कि तिहाड़ और मंडोली दोनों ही जिलों में नीरज बवाना गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बदमाश बंद हैं। इसके अलावा नीरज बवाना और लॉरेंस बिश्नोई दोनों ही तिहाड़ में हैं, ऐसे में दोनों गैंग से जुड़े बदमाश आपस में भिड़ सकते हैं। बता दें कि नीरज बवाना गैंग ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या का बदला लेने की भी धमकी दी है। ऐसे में दिल्ली पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर है।

वहीं, दोनों जेलों के अधिकारियों के अनुसार, एक गुट का सामना दूसरे गुट से न हो, इसके लिए जेल प्रशासन अलग-अलग गुटों के बदमाशों के बारे में जानकारी जुटा रहा है। जेल सूत्रों की मानें तो इस कवायद में दो स्तरों पर कार्य हो रहा है। पहले स्तर पर जेल प्रशासन ने करीब 100 ऐसे बदमाशों को चिन्हित किया है, जिनपर गिरोह चलाने का आरोप पुलिस लगाती रहती है।

वहीं, इन बदमाशों से कितने और बदमाश जुड़े हैं, यह जानना एक कठिन कार्य है। जेल सूत्रों का कहना है कि किस गिरोह से कौन बदमाश जुड़ा है, इस कार्य में पुलिस मदद कर रही है। वहीं, जेल प्रशासन अपने स्तर पर यह पता करने में जुटे हैं कि कौन कैदी किस कैदी से खतरा महसूस कर रहा है, ताकि उसे उस कैदी से दूर किया जा सके।

दिल्ली में पहली बार अपराध कर जेल पहुंचने वाले कैदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में पहली बार बनी दो मुलाहिजा जेलों में कैदियों की संख्या बढ़कर 4250 पहुंच चुकी है। कैदियों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए जल्द ही जेल प्रशासन मुलाहिजा जेल की संख्या को दो से बढ़ाकर तीन कर सकती है।तिहाड़ में जेल संख्या चार व मंडोली परिसर स्थित जेल संख्या 12 को सामान्य जेल से बदलकर मुलाहिजा जेल में परिवर्तित करने की कवायद शुरू की गई थी।

जेल सूत्रों का कहना है कि अब दोनों जेलों में क्षमता से करीब चार गुना अधिक कैदी पहुंच चुके हैं। अभी भी रोजाना करीब 50 कैदी दोनों मुलाहिजा जेलों में पहुंच रहे हैं। इतनी संख्या को रखने में कई तरह की दिक्कतें अब सामने आ रही हैं। जेल सूत्रों का कहना है कि लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए अब तिहाड़ परिसर में नई मुलाहिजा जेल बनाई जा सकती है।