Delhi Water Crisisजल बोर्ड के अनुसार चार जून को वजीराबाद बैराज के पास यमुना का जल स्तर 668.30 फीट था जो मंगलवार को बढ़कर 669 फीट हो गया है लेकिन अब भी सामान्य से कम जल स्तर होने के कारण सप्लाई बाधित है।
राज्य ब्यूरोA.k.Aggarwal । वजीराबाद में यमुना के जलस्तर में थोड़ा सुधार हुआ है। फिर भी जल स्तर अब भी सामान्य से साढ़े पांच फीट कम बना हुआ है। इस वजह वजीराबाद, चंद्रावल व ओखला जल शोधन संयंत्र से पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है। लिहाजा, पेयजल किल्लत बरकरार है।
उत्तरी, उत्तरी पश्चिमी, मध्य व दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में पेयजल किल्लत बनी हुई है।वजीराबाद बैराज के पास यमुना का सामान्य जल स्तर 674.50 फुट होना चाहिए। 12 मई को जल स्तर घटकर 671.80 फीट हो गया था। इसके बाद जल स्तर घटकर 668 फीट से भी कम हो गया था।
तब से लगातार यह समस्या बनी हुई है। जल बोर्ड के अनुसार चार जून को वजीराबाद बैराज के पास यमुना का जल स्तर 668.30 फीट था, जो मंगलवार को बढ़कर 669 फीट हो गया है लेकिन अब भी सामान्य से कम जल स्तर होने के कारण वजीराबाद, चंद्रावल व ओखला जल शोधन संयंत्र से क्षमता के अनुरूप पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
बता दें कि पिछले दिनों जलस्तर घटकर 668 फीट से भी कम हो गया था। इसके मद्देनजर जल बोर्ड ने हरियाणा के सिंचाई विभाग को पत्र लिखकर यमुना में अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए कहा था। इसके जवाब में हरियाणा के सिंचाई विभाग ने कहा था कि दिल्ली के हिस्से का पर्याप्त पानी दिया जा रहा है, लेकिन 31 मई को वजीराबाद में यमुना के जलस्तर में थोड़ा सुधार हुआ।
इस वजह से जलस्तर बढ़कर 668.69 फीट हो गया था। इसके अलावा जल बोर्ड मूनक नहर से भी वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र में पानी ले रहा है। इस वजह से पेयजल आपूर्ति में थोड़ी सुधार हुई थी, लेकिन जलस्तर कम होने से एक बार फिर पेयजल किल्लत बढ़ गई है। जल बोर्ड का कहना है कि हरियाणा से यमुना में कम पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर कम हुआ है।