पोंजी स्कीम के जरिए करोड़ों की ठगी करने के छह आरोपितों को हाईकोर्ट ने दे दी जमानत, दिया ये तर्क, जानें पूरा मामला

 

पीठ ने कहा कि सीबीआइ ने मामले में कुल 447 गवाहों बनाए हैं, 769 दस्तावेजों की सूची तैयार की है।

पीठ ने आरोपितों को निर्देश दिया कि अदालत की पूर्व अनुमति के वे देश नहीं छोड़ेंगे और सभी अपना पासपोर्ट सरेंडर कराएं।सीबीआइ ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि आरोपितों ने निवेशकों से पोंजी स्कीम की आड़ में गाढ़ी कमाई ठगी है।

नई दिल्ली, संवाददाता। पोंजी स्कीम के जरिए लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने के मामले में प‌र्ल्स गोल्डन फारेस्ट (पीजीएच) लिमिटेड व पर्ल एग्रोटेक कार्पोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) के निदेशक समेत छह आरोपितों को दिल्ली हाई कोर्ट ने जमानत दे दी। दिसंबर 2021 में गिरफ्तार किए गए आरोपितों पर पीजीएफ-पीएसीएल द्वारा अपने निवेशकों से जुटाए गए फंड को डायवर्ट करने का आरोप है।

न्यायमूर्ति प्रतीक जालान की पीठ ने एआरएसएस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के चेयरमैन सुभाष अग्रवाल और मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश अग्रवाल, प‌र्ल्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के निदेशक मोहन लाल सहजपाल, जैन इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के निदेशक मनोज कुमार जैन समेत दो अन्य प्रवीण कुमार अग्रवाल और आकाश अग्रवाल को तीस-तीस लाख रुपये के निजी मुचलके व इतनी ही राशि के दो जमानती पर जमानत दे दी। पीठ ने कहा कि सीबीआइ ने मामले में कुल 447 गवाहों बनाए हैं और 769 दस्तावेजों की सूची तैयार की है।

मुकदमे में लंबा समय लगेगा, ऐसे में आरोपित पर जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया जाता है। हालांकि, पीठ ने आरोपितों को निर्देश दिया कि अदालत की पूर्व अनुमति के वे देश नहीं छोड़ेंगे और सभी अपना पासपोर्ट सरेंडर कराएं। सीबीआइ ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि आरोपितों ने निवेशकों से पोंजी स्कीम की आड़ में गाढ़ी कमाई ठगी है।

एक व्यक्ति को पांच लोगों ने मिलकर सरिये से पीटा

जामिया नगर में एक व्यक्ति को बटला हाउस में उसके घर के पास की ही एक गली में पांच आरोपितों ने मिलकर सरिये से जमकर पीटा। इससे पीड़ित बुरी तरह घायल हो गए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। गौरतलब है कि बटला हाउस निवासी सरफराज सोमवार रात टहलने के लिए घर के बाहर निकले थे। इस दौरान दूसरी गली के पांच लोग गली को घेरे हुए खड़े थे, जिससे आने-जाने वाली महिलाओं व बच्चों को परेशानी हो रही थी। यह देख सरफराज ने उनको गली से बाहर जाने के लिए कहा तो आरोपित बिगड़ गए और गालीगलौज करते हुए वहां से चले गए।

थोड़ी देर बाद पांचों आरोपित, तीन अन्य लड़कों के साथ वापस आए और हाथों में चाकू, सरिया व डंडा लेकर उन पर टूट पड़े। बीचबचाव के लिए पीड़ित के पिता पर भी आरोपितों ने चाकू से वार कर दिया। पिता तो बच गए, लेकिन आरोपितों ने सरफराज के सिर पर सरिये से वार कर उनको बुरी तरह घायल कर दिया। इसके बाद आरोपित जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। पीड़ित ने पुलिस को फोन कर मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों का इलाज कराया। इसके बाद मामला दर्ज किया गया।