जिला के रोट-दो दलाशनी सचाणी तीन पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण फर्जी पट्टे का विरोध जता रहे हैं। फर्जी पट्टे की आड़ में खनन माफिया खनन करना चाहता है। सोमवार को राजेश नामक व्यक्ति किराए पर टकोली बजौरा आदि के लोगों को लेकर उपायुक्त कुल्लू को गुमराह करन आया था।
कुल्लू, जिला के रोट-दो, दलाशनी, सचाणी तीन पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण फर्जी पट्टे का विरोध जता रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि फर्जी पट्टे की आड़ में खनन माफिया खनन करना चाहता है। इसके लिए सोमवार को राजेश नामक व्यक्ति किराए पर टकोली, बजौरा आदि के लोगों को लेकर उपायुक्त कुल्लू को गुमराह करन आया था। हैरानी की बात है कि वह खनन के लिए अनुमति मांग रहा है। सैकड़ों ग्रामीण इसका विरोध जता रहे हैं और यह व्यक्ति पैसों से लोगों की खरीद फरोख्त कर रहा है।
कुल्लू में यादवेंद्र शर्मा ने कहा कि सोमवार को जो भी लोग उपायुक्त से मिलने आए थे वह प्रभावित पंचायत के नहीं थे। उन्होंने बताया कि 243 नंबर पट्टा सैंज के तलाड़ा नामक जगह का है। पट्टा तो भूमिहीन को दिया जाता है। इसमें व्यक्ति के पास 25 बीघा जमीन है। इसी के आधार पर फर्जी तरीके से 243/1 पट्टा बना दिया गया है। जिसको व्यक्ति ने आगे बेच दिया। अगर पट्टा सही है तो इस जगह पर खेती की जाए न कि खनन। सभी ग्रामीणों की मांग है कि अवैध रूप से खनन नहीं होने दिया जाएगा। जहां पर यह जमीन है वह तीन पंचायत के ग्रामीणों की घासनी और चरगाह है। इसके साथ ही करीब 250 से अधिक गरीब अनुसूचित जाती के लोग रहते हैं जिन्हें नुकसान पहुंच रहा है। इस स्थान पर देव स्थल है जिससे नष्ट करने का प्रयास किया गया।
विजिलेंस जांच में पाया गया पट्टा फर्जी
विजिलेंस जांच के दौरान पाया गया कि जब पट्टा नंबर 243 15 बीघा उपायुक्त कुल्लू द्वारा 30 जुलाई 1997 को खारिज किया गया। इसके बाद राम रत्न ने राजस्व विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से मिलीभगत कर अभिलेख में छेड़छाड़ कर पट्टा संख्या 243/1 बनाया गया। इसका सात मार्च 2014 को इंतकाल हुआ है निरीक्षण के दौरान असल पट्टे के कई अक्षरों, अंकों को बदलना, मिटाना व लुप्त करना पाया गया।
यह रहे ग्रामीण मौजूद
इस दौरान बीडीसी रोट पार्वती देवी, प्रेरणा महिला मंडल शशह बिहाली, मनोज गौतम, बिना देवी, लता देवी, कुब्जा देवी, टिकमु देवी, जसवंति, युवा शर्मा, रजनी शर्मा, रामकृष्ण शर्मा, गुलाब चंद, विपिन शर्मा, योग राज, विनोद शर्मा, रविंद्र, मनोहर, हंस राज, सोहन लाल, बबलु आदि मौजूद रहे।