ईरानी परमाणु स्थलों से कैमरा हटाए जाने पर IAEA प्रमुख ने किया आगाह, कहा- हो सकता है गंभीर खतरा



IAEA प्रमुख ग्रासी ने जताई ईरान की इस गतिविधि पर चिंता

IAEA की ओर से ईरान द्वारा परमाणु स्थलों से कैमरे हटाए जाने को लेकर आगाह किया गया है। इसने निगरानी कैमरों के हटने से खतरे का अंदेशाा जताया है। दरअसल ईरान ने अपने परमाणु स्थलों पर लगे 27 कैमरे हटा लिए हैं।

 तेहरान, एजेंसी। परमाणु स्थलों में लगे निगरानी कैमरों के हटाए जाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र (UN) के न्यूक्लियर वाचडाग एजेंसी ने गुरुवार को आगाह किया है। इनका कहना है कि ईरान अपने परमाणु स्थलों में लगे निगरानी कैमरों को हटा रहा है। इन 27 कैमरों के हटाए जाने से गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) प्रमुख ग्रासी ने ईरान की इस गतिविधि की जानकारी दी और बताया कि इसमें नतांज और इस्फाहान भी शामिल हैं। फेल मारियानो ग्रासी (Rafael Mariano Grossi) ने यह बात वियना में अचानक से आयोजित एक कान्फ्रेंस में कही। ग्रासी ने कहा कि इससे उनके ही प्रयासों के लिए खतरा पैदा हो सकता है। हालांकि ईरान की ओर से अभी इसपर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। ईरान ने कहा,'IAEA हमारे साथ अनुकूल व्यवहार नहीं कर रहा है, इसलिए ईरान उसके साथ सहयोग नहीं कर सकता। हमें उम्मीद है कि एजेंसी इस बात को समझेगी और हमारे साथ सहयोग पर अपनी प्रतिक्रिया देगी।' हाल ही में अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस ने IAEA को एक मसौदा प्रस्ताव भेजा है जिसमें ईरान की आलोचना की गई है। इन देशों का आरोप है कि ईरान यूरेनियम संवर्धन को लेकर उचित जानकारी उपलब्ध नहीं कराता है। पश्चिमी देशों के इस रुख से ईरान नाराज है।

पिछले साल दिसंबर में खबर आई थी कि ईरान संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था को उस स्थान पर क्षतिग्रस्त कैमरों को फिर से स्थापित करने की अनुमति देगा जहां उसके पास सेंट्रिफ्यूग (अपकेंद्रन यंत्र) के पुर्जे और निर्माण सामग्री है। इस फैसले के तहत करज में फिर से कैमरे लगाए जाने थे। दरअसल करज को लेकर ईरान ने दावा किया था कि इस जगह पर 2021 के जून में तोड़-फोड़ की गई थी। तब से ईरान ने घटना में क्षतिग्रस्त कैमरों को बदलने के लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) को पहुंच देने से इन्कार कर दिया था। हालांकि उस वक्त ऐसी रिपोर्ट थी कि ईरान कैमरों की सभी रिकॉर्डिंग अपने पास रखेगा जो एजेंसी और तेहरान के बीच चल रहे एक विवाद का हिस्सा है। वहीं ग्रासी ने करज तक सीमित पहुंच से ईरान के कार्यक्रम की निगरानी के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को नुकसान पहुंचने को लेकर आगाह किया थ

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